This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
RCB का सपना होगा पूरा, इन 4 वजहों से कहेंगे- 'ई साला कप नामदे...'
RCB ने दिल्ली कैपिटल्स को हराकर आईपीएल 2025 में पॉइंट्स टेबल में चोटी पर जगह बना ली. बेंगलुरु की टीम इस बार बेहतर संयोजन के साथ नजर आ रही है. टीम का संतुलन बेहतर है और कम्पोजर भी अच्छा दिख रहा है. टीम में घबराहट नहीं दिख रही है. और इसी वजह से फैंस को लग रहा है कि ई साला कप नामदे...
Written by Bharat Malhotra
Published: Apr 28, 2025, 08:18 AM (IST)
Edited: Apr 28, 2025, 08:22 AM (IST)

तो इस साल खत्म हो जाएगा RCB के फैंस का 17 सीजन का इंतजार. इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम के फैंस का क्रेज जबर्दस्त होता है. हर साल लीग शुरू होने से पहले फैंस को उम्मीद होती है- ‘ई साला कप नामदे’. यानी इस साल कप हमारा है. पर टीम अभी तक अपने फैंस की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है. आरसीबी तीन बार फाइनल तक पहुंची है. लेकिन खिताब उसे एक बार भी नहीं मिला है. पर इस बार हाल कुछ अलग लग रहे हैं. रविवार, 27 अप्रैल को जब आरसीबी ने दिल्ली कैपिटल्स को हराया तो फैंस की उम्मीदें और बढ़ गईं. दिल्ली के खिलाफ टीम शुरुआत में ही तीन विकेट गंवा चुकी थी लेकिन जिस तरह उसने वापसी की वह दिखाता है कि इस बार 2009, 2011 और 2016 के में फाइनल में हारने वाली टीम इस बार कुछ अलग कर सकती है.
मैच दर मैच बेंगलुरु का प्रदर्शन सुधरता जा रहा है. 9 में से उसने तीन मैच हारे हैं. और तीनों ही अपने घरेलू मैदान पर. वह पॉइंट्स टेबल में चोटी पर है. और सिर्फ टीम ही नहीं ऑरैंज और पर्पल कैप भी बेंगलुरु के खिलाड़ियों का कब्जा है. यानी खेल के हर आयाम पर इस टीम ने अपना दबदबा दिखाया है.
इस लीग में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में विराट कोहली सबसे आगे हैं. कोहली ने इस साल अभी तक 443 रन बनाए हैं. 10 मैचों में कोहली पहले पायदान पर हैं. वहीं गेंदबाजी में जोश हेजलवुड 18 विकेटों के साथ सबसे आगे हैं. यानी बल्लेबाजी और गेंदबाजी, दोनों में बेंगलुरु की टीम सबसे आगे है.
इस बार कई पासे पड़ रहे हैं सीधे
इस बार बेंगलुरु की टीम के कई पासे सीधे पड़ रहे हैं. टीम ने ऑक्शन में अच्छे खिलाड़ी चुनने के साथ-साथ मैदान पर भी कमाल किया है. 17 साल बाद पहली बार बेंगलुरु ने चेन्नई सुपर किंग्स को उसी की धरती पर हराया. यानी पहली बार कुछ नया होने के संकेत मिल गए थे. वहीं दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जीत के बाद बेंगलुरु आईपीएल के इतिहास में पहली बार लगातार छह अवे (दूसरी टीमों के मैदानों पर) मैच जीतने वाली टीम बन गई.
बल्लेबाजी को मजबूती
बेंगलुरु की टीम हमेशा से बल्लेबाजी में टॉप हैवी रही है. यानी चोटी पर बड़े बल्लेबाज और उसके बाद मिडल-ऑर्डर संघर्ष करता हुआ दिखा है. लेकिन इस बार टीम ने टिम डेविड और क्रुणाल पंड्या जैसे बल्लेबाजों को शामिल किया है जो निचले क्रम में भी रन बना सकते हैं. पंड्या पारी संभालने का काम कर सकते हैं और डेविड आक्रमक बल्लेबाजी कर सकते हैं. इसका सबूत दिल्ली के खिलाफ दिखा. जब पंड्या ने कोहली के साथ मिलकर 119 रन की पार्टनरशिप की. अकसर कोहली को इस टीम में साथियों की कमी खलती थी.
पाटीदार को जिम्मेदारी
रजत पाटीदार एक युवा खिलाड़ी हैं. और उन्हें कप्तानी सौंपकर आरसीबी ने भविष्य के लिए अपनी योजना स्पष्ट कर दी. पाटीदार आक्रामक बल्लेबाज तो हैं ही साथ ही स्पिनर और पेसर्स दोनों के खिलाफ खेल सकते हैं. वह अभी तक इस सीजन में प्रभावी रहे हैं. लेकिन, उन्हें कप्तान बनाने का एक फायदा यह भी हुआ है कि विराट कोहली अब खुलकर खेल सकते हैं. कोहली पर अब कप्तानी का दबाव नहीं है. हालांकि वह पाटीदार को सलाह देने और मेंटॉरशिप का काम करते हुए नजर आते हैं. लेकिन कोहली के बैकग्राउंड में रहकर काम करने से फोकस पाटीदार पर है. और यह टीम के लिए अभी तक अच्छा काम कर रहा है.
गेंदबाजी को दी है मजबूती
इसके साथ ही गेंदबाजी में भी टीम ने खुद को मजबूत किया है. हेजलवुड के साथ ही टीम के पास भुवनेश्वर कुमार जैसा अनुभवी गेंदबाज है. वहीं यश दयाल बाएं हाथ के पेसर हैं जो गेंदबाजी में विकल्प देते हैं. क्रुणाल पंड्या के साथ लेग स्पिनर सुयश शर्मा भी टीम की गेंदबाजी को विविधता देते हैं.
TRENDING NOW
तो क्या इस बार पूरा होगा सपना
बेंगलुरु की टीम अभी गजब का खेल दिखा रही है. टीम संतुलित है. और वापसी करने की उसकी क्षमता भी गजब दिख रही है. तो, क्या इस बार पूरा होगा बेंगलुरु का सपना.