मार्नस लाबुशाने और स्टीव स्मिथ के काम आएगा एडम गिलक्रिस्ट का मंत्र, क्या ऐडिलेड में पलटेगा पासा?

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन को एडिलेड टेस्ट से पहले सलाह दी है.

By Bharat Malhotra Last Updated on - December 3, 2024 5:27 PM IST

एडिलेड: पर्थ टेस्ट में हार के बाद ऑस्ट्रेलिया मुश्किल में है. उसकी बल्लेबाजी की कमजोरी उजागर हो चुकी है. जसप्रीत बुमराह की अगुआई वाले भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने कंगारुओं को बुरी तरह पस्त कर दिया है. और अब ऑस्ट्रेलिया के सामने चिंता इस बात की है कि आखिर ऐडिलेड में कैसे वापसी की जाए. 6 दिसंबर से होने वाला बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का यह दूसरा मैच गुलाबी गेंद से खेला जाएगा. और ऑस्ट्रेलिया को इस मैच से पहले कई सवालों के जवाब तलाशने हैं. इस बीच दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने रन बनाने के लिए जूझ रहे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को सलाह दी है. उनका कहना है कि इस पिंक बॉल टेस्ट में बुमराह की अगुआई वाले भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के खतरे को कम करने के लिए अधिक समय तक क्रीज पर टिकना जरूरी है.

ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग पर्थ में नाकाम रही. नंबर तीन पर खेलने उतरे मार्नस लाबुशेन की खराब फॉर्म जारी रही. लेकिन इस पूर्व विकेटकीपर ने उन्हें टीम में बनाए रखने की वकालत की. लाबुशेन ने बीते साल जुलाई के बाद से टेस्ट क्रिकेट में कोई शतक नहीं लगाया है. तब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में शतक लगाया था.

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स्टीव स्मिथ और लाबुशेन सहित ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बल्लेबाज पहले टेस्ट में नहीं चल पाए थे जिसे भारत ने 295 रन से जीता था. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 150 पर आउट कर दिया था लेकिन उसकी पूरी टीम 104 रन पर सिमट गई थी.

नाइन्स वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स के अनुसार गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मार्नस पर ऐसा करने (क्रीज पर टिके रहने) की जिम्मेदारी थी और उन्होंने 50 से अधिक गेंदों का सामना करके अच्छा प्रयास किया. अगर आप टेस्ट पारी में 50 से अधिक गेंद का सामना करते हैं तो आप सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.’

उन्होंने कहा,‘वह रन बनाने का तरीका नहीं ढूंढ पाया और शायद ऑस्ट्रेलिया के सभी खिलाड़ी अब सामूहिक रूप से ऐसा प्रयास करना चाहेंगे. इससे जोखिम पैदा होगा लेकिन जोखिम लेकर ही आप सफल हो सकते हैं.’

उन्होंने कहा,‘उन्हें यह याद दिलाने की जरूरत है कि वह बेहद कुशल बल्लेबाज हैं. मुझे यकीन है कि उनके आस-पास के लोग पहले से ही ऐसा कर रहे होंगे. उन्हें अपने अभ्यास पर भरोसा करना होगा.’