KKR के लिए बहुत खराब रहा सीजन, रहाणे ने एक-एक खामी गिनवाई
अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम आईपीएल 2025 के प्लेऑफ में क्वॉलिफाइ नहीं कर पाई. और उसे अपने आखिरी मैच में भी हार का सामना करना पड़ा.
नई दिल्ली: कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम बीते साल की चैंपियन थी. लेकिन इस बार वह आईपीएल के प्लेऑफ में भी क्वॉलिफाइ नहीं कर पाई. इस सीजन के आखिरी मैच में भी टीम को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा. टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा कि उनकी टीम मौजूदा सीजन में एक यूनिट के रूप में अच्छा नहीं कर सकी.
प्ले ऑफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी इन दो टीम के बीच हुए मुकाबले को 110 रन से जीतकर गत उप विजेता सनराइजर्स की टीम 14 मैच में 13 अंक के साथ छठे स्थान पर पहुंच गई. नाइट राइडर्स की टीम 14 मैच में 12 अंक के साथ आठवें स्थान पर है.
रहाणे ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि मौजूदा सीजन हमारे लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा. हमारे पास मौके थे और मैंने पहले भी कहा था कि उन मुकाबलों के दौरान एक टीम के रूप में हम अच्छा नहीं खेले.’
उन्होंने कहा, ‘यह फॉर्मेट ऐसा ही है, आप जानते हैं. यदि आप करीबी मैच जीतते हैं तो वे अंतर पैदा करते हैं. किंग्स इलेवन पंजाब का मैच, लखनऊ सुपर जाइंट्स के खिलाफ मैच और चेन्नई सुपरकिंग्स का मैच, मुझे लगता कि वे दो-तीन मैच थोड़े अलग हो सकते थे.’
सुपर जाइंट्स के खिलाफ नाइट राइडर्स को चार रन से हार का सामना करना पड़ा जबकि सुपरकिंग्स ने एक मैच में इस टीम को दो विकेट से हराया. पंजाब किंग्स के खिलाफ एक मैच में नाइट राइडर्स की टीम 112 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 95 रन पर सिमट गई जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया.
रहाणे ने हालांकि उम्मीद जताई कि उनके खिलाड़ी इस साल हुए मुकाबलों से सबक लेंगे और टीम अगले साल और मजबूत बनकर लौटेगी.
नाइट राइडर्स के कप्तान ने कहा, ‘एक कप्तान के रूप में मैंने जो देखा, जो मैंने महसूस किया, तैयारी के लिहाज से सभी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. जब आप चैंपियनशिप जीतते हैं तो यह आसान नहीं होता है. अगले सत्र में खिताब का बचाव करना, यह इतना आसान नहीं है. सभी टीमों की तैयारी काफी अच्छी रही.’
उन्होंने कहा, ‘सभी टीमें बेहद शानदार हैं. एक टीम के रूप में हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. मैं यही कह सकता हूं कि हम अगले साल और मजबूत होकर वापस आएंगे.’
रहाणे ने कहा कि उनके गेंदबाजों ने पूरे सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजी उनकी टीम का कमजोर पक्ष रही.
रहाणे ने कहा, ‘हमारे गेंदबाजों के लिए मिला-जुला सीजन रहा. अगर आप हर्षित (राणा) को देखें तो वह वाकई बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. उसने टीम, फ्रेंचाइजी के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. भारतीय टीम में गया तो वहां भी अच्छा प्रदर्शन किया. कभी-कभी किसी खिलाड़ी के लिए यह काफी चुनौतीपूर्ण होता है जो शीर्ष स्तर पर कड़े मुकाबले खेला हो और तुरंत बाद यहां आकर अच्छा प्रदर्शन करे. यह कोई बहाना नहीं है लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर यह हमारे लिए एक चुनौती थी.’
उन्होंने कहा, ‘वरुण (चक्रवर्ती) ने चैंपियंस ट्रॉफी में फिर से अच्छा प्रदर्शन किया, आप जानते हैं कि बेहद कड़ा टूर्नामेंट. कभी-कभी यह आपके शरीर और दिमाग पर भी भारी पड़ता है. मुझे लगता है कि गेंदबाजी में हमने अच्छा प्रदर्शन किया.’
कप्तान ने कहा, ‘विकेट बल्लेबाजों के लिए काफी अच्छे थे. इसलिए आपने उन विकेटों पर 200 से अधिक के स्कोर बनते देखे. लेकिन मुझे लगा कि पूरे सत्र में गेंदबाजी करते हुए एक इकाई के तौर पर हमने वाकई अच्छा प्रदर्शन किया.’
रहाणे ने टीम की बल्लेबाजी के संदर्भ में कहा, ‘हम जहां थोड़े कमजोर रहे, वह थी बल्लेबाजी. एक बल्लेबाजी इकाई के तौर पर सामूहिक रूप से हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके. आप खुद पर दबाव डालते हैं और मुझे लगता है कि अधिकांश बल्लेबाजों को यह साबित करना था कि मैं कितना अच्छा हूं और यह पूरी तरह से स्वाभाविक है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि हमारे खिलाड़ी गलतियों से सीखेंगे. एक टीम के तौर पर इस सत्र से बहुत कुछ सीखने को मिला. किसी एक को नहीं बल्कि सभी को.’
रहाणे ने कहा कि दुर्भाग्य से उनके कुछ बल्लेबाज खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं जिसका टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा.
उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्य से हमारे लिए दो, तीन खिलाड़ी उस खराब दौर से गुजर रहे थे और यही कारण था कि हम बल्लेबाजी इकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके लेकिन वे इस स्थिति को संभालने के लिए काफी अनुभवी हैं. मुझे यकीन है कि वे अगले साल और मजबूत होकर वापसी करेंगे.’
रहाणे ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि रिंकू (सिंह), रमन (रमनदीप सिंह), सभी खिलाड़ी गलतियों से सीखेंगे और मजबूत होकर वापसी करेंगे.’
रहाणे ने कहा कि उन्हें पारी का आगाज करना पसंद है लेकिन पिछले सत्र में क्विंटन डिकॉक और सुनील नारायण की सलामी जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया और टीम इस जोड़ी को तोड़ना नहीं चाहती थी. साथ ही तीसरे और चौथे नंबर पर उन्होंने और अंगकृष रघुवंशी स्थिति के अनुसार ढलने में सफल रहे.’