अंबाती रायुडू करेंगे राजनीतिक सफर की शुरुआत, बयानों से मिलीअटकलों को हवा
अंबाती रायुडू राजनीतिक सफर का आगाज कर सकते हैं. उन्होंने राजनीति में आने की इच्छा जाहिर की है.
भारतीय क्रिकेटर अंबाती रायुडू अपने नए करियर का आगाज कर रह हैं. हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग से संन्यास लेने वाले रायुडू ने आंध्र प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की इच्छा जाहिर की है. रायुडू ने हाल ही में चेन्नई सुपर किंग्स को पांचवीं बार आईपीएल का खिताब जितवाने में अहम भूमिका अदा की. रायुडू ने राज्य की जनता की सेवा करना और इसके लिए राजनीति में शामिल होने की इच्छा जाहिर की है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस ने रायुडू के हवाले से कहा, ‘इससे पहले मैंने जिले के कई इलाकों में गया और लोगों की नब्ज और समस्याओं को समझने की कोशिश की.’
रायुडू पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस. जगन मोहन रेड्डी से उनके ऑफिस में मिले थे. इसके बाद यह कयास लगने शुरू हो गए थे कि वह युवाजन सरामिका रायतु कांग्रेस पार्टी जॉइन करने वाले हैं.
हालांकि रायुडू ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वह कौन सी राजनीति पार्टी का हिस्सा बनेंगे लेकिन रेड्डी के साथ उनकी मुलाकात ने अफवाहों को जरूर हवा दी है.
इसके साथ ही रायुडू को भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी सपॉर्ट मिल रहा है. अजहर कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं. अजहर चाहते हैं कि रायुडू कांग्रेस पार्टी का हिस्सा बन जाएं. वह हैदराबाद के करीब एक शहरी इलाके से चुनाव लड़वाना चाहते हैं. अजहर ने रायुडू की इलेक्शन जीतने की काबिलियत पर भी भरोसा जताया था.
डेक्कन क्रानिकल ने अंबाती रायुडू के हवाले से इस बात की पुष्टि की है. अखबार ने लिखा कि गूंटूर जिले के मुतलुरु इलाके में कुछ दिन पहले अपनी यात्रा के दौरान 37 वर्षीय रायुडू ने रिपोर्टर्स के साथ बातचीत में राजनीति में आने की इच्छा जाहिर की थी. उन्होंने कहा कि वह गूंटूर जिले के लोगों की समस्याओं को समझने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं आपको जल्द बताऊंगा कि किस पार्टी का हिस्सा बनूंगा.’
रायुडू को 2019 वर्ल्ड कप टीम में शामिल किए जाने का दावेदार माना जा रहा था लेकिन बाद में उनके स्थान पर विजय शंकर को भेज दिया गया था. रायुडू ने आईपीएल से संन्यास लेने के बाद इस पर खुलकर बात की थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें समझ नहीं आया कि वह टीम का हिस्सा नहीं बने. उन्होंने यह भी कहा था कि विजय शंकर से उनकी कोई शिकायत नहीं है वह भी एक खिलाड़ी हैं जो भारतीय टीम में जगह बनाने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने इशारों-इशारों में तब के चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद पर आरोप लगाया था. हालांकि प्रसाद ने यह कह कर इन बातों को खारिज कर दिया था कि टीम सिलेक्शन में सिर्फ उनकी भूमिका नहीं होती.