आईपीएल: क्यूरेटर ने नहीं सुनी बात... कार्तिक की बात से पिच पर नया विवाद
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मेंटॉर दिनेश कार्तिक ने बेंगलुरु की पिच को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्हें पिच से कई शिकायते हैं जिस पर उनका कहना है कि वह क्यूरेटर से बात करेंगे.
बेंगलुरु: इस बार आईपीएल में पिच को लेकर जितनी चर्चा हो रही है उतनी पहले शायद कभी नहीं हुई. पहले कोलकाता की पिच को लेकर विवाद हुआ और फिर लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटॉर जहीर खान घरेलू पिच से नाखुश दिखे. और ताजा नाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मेंटॉर दिनेश कार्तिक का इसमें जुड़ गया है. कार्तिक ने माना कि एम. चिन्नास्वामी मैदान की पिचें चुनौतीपूर्ण रही हैं जबकि क्यूरेटर से बल्लेबाजी के लिए मददगार पिचें मांगी गई थीं.
मौजूदा सीजन में घरेलू मैदान पर खेले दो मैच में पिचें धीमी रही हैं. और शायद इसी वजह से टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई है. गुजरात टाइटंस के खिलाफ उसकी टीम ने आठ विकेट पर 169 रन और दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ सात विकेट पर 163 रन बनाए.
कार्तिक का मानना है कि उनकी टीम को घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलना चाहिए था. यहां की पिच पर अमूमन बड़े स्कोर बनते रहे हैं.
कार्तिक ने दिल्ली के खिलाफ मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘पहले दो मैच में हमने अच्छी पिच तैयार करने के लिए कहा था लेकिन हमें इस तरह की पिच मिली जिस पर बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण था. इसलिए हमने परिस्थितियों के अनुसार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन हमें उनसे (क्यूरेटर) बात करनी होगी. हमें पूरा भरोसा है कि वह अपना काम अच्छी तरह से करेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए निश्चित तौर पर यहां ऐसी पिच नहीं थी जिसे बल्लेबाजों को खास मदद मिल रही हो. यह चुनौतीपूर्ण पिच थी. अभी तक यहां खेले गए दोनों मैच में हमें एक जैसी पिच ही मिली है.’
कार्तिक ने कहा कि टी20 क्रिकेट में लंबे शॉट तथा चौके-छक्के काफी मायने रखते हैं और सभी स्ट्रेकहोल्डर ऐसा चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘टी20 क्रिकेट की प्रकृति ऐसी है कि इसमें जितने अधिक रन बनेंगे उतना प्रसारक को फायदा होगा और प्रशंसकों को भी खुशी होगी. वे सभी चौके छक्के देखना चाहते हैं. हम जो कर सकते हैं उसके लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे.’
भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि वे मैच में किसी विशेष पैटर्न का पालन करने की कोशिश नहीं करते हैं, लेकिन चिन्नास्वामी जैसी पिचों के कारण बल्लेबाजों के लिए स्ट्राइक रोटेट करना भी मुश्किल हो जाता है.
उन्होंने कहा, ‘प्रत्येक पिच पर हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि इस पर खेलने का सही तरीका क्या है. मुझे नहीं लगता है कि हमने इसके लिए कोई विशेष खाका तैयार किया है. पिच को समझना और उससे तालमेल बिठाना महत्वपूर्ण होता है.’
कार्तिक ने कहा, ‘लेकिन इस तरह की पिच पर कभी स्ट्राइक रोटेट करना मुश्किल हो जाता है और बड़े शॉट खेलना भी आसान नहीं होता. लेकिन आखिर में यह टी20 है. आपको कुछ शॉट खेलने ही होंगे और इस प्रक्रिया में आपका विकेट भी जा सकता है.’