चेतेश्वर पुजारा को जीवनदान मिलने के बाद DRS तकनीकि पर भड़के पूर्व दिग्गज इयान चैपल
गाबा टेस्ट मैच के पांचवें दिन भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को नाथन लियोन के ओवर में एलबीडब्ल्यू अपील के बाद जीवनदान मिला।
क्रिकेट की सभी फॉर्मेट में लागू होने के बावजूद डीआरएस तकनीक को लेकर क्रिकेट जगत में आज भी काफी बहस की जाती है। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के आखिरी दिन जब विवादित रीव्यू की वजह से भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को जीवनदान मिला तो इस तकनीकि को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई। जिसमें हिस्सा लेते हुए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज इयान चैपल ने डीआरएस की जमकर आलोचना की है।
मामला गाबा टेस्ट के चौथे दिन के दूसरे सेशन का है जब पुजारा ने लियोन के खिलाफ आगे बढ़कर शॉट खेलना चाहा लेकिन गेंद उनके पैड पर लगी। फील्ड अंपायर पॉल विल्सन के लियोन की अपील नकारने के बाद कप्तान टिम पेन ने रीव्यू लेने का फैसला किया। बॉल ट्रैकिंग के मुताबिक गेंद लाइन में थी और लेग स्टंप पर जाकर लगती लेकिन तीसरे अंपायर ने अंपायर्स कॉल का इशारा किया और पुजारा बच गए।
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इस फैसले से नाराज पूर्व कप्तान चैपल ने कहा, “गेंद का ज्यादातर हिस्सा स्टंप्स पर लग रहा था, ये अंपायर कॉल कैसे हो सकता है। गेंद का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा स्टंप्स पर लग रहा है, कैसे……मैंने कभी डीआरएस पर भरोसा नहीं किया और ये इस पर विश्वास ना करने का एक और नया कारण है।”
डीआरएस के साथ साथ चैपल ने पुजारा के गेंद को डिफेंड करने के तरीके की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “पुजारा को ये करना बंद करना होगा। ये बेकार शॉट है। आप अपनी क्रीज से बाहर क्यों निकलेंगे और फिर गेंद को पैर से हिट करेंगे? इसी काम के लिए आपको बल्ला दिया जाता है।”