'खेल-भावना का सारा ज्ञान सिर्फ भारतीयों के लिए है...', जॉनी बेयरस्टो विवाद पर गंभीर की खरी-खरी
एशेज 2023 के दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो को जिस तरह से रन-आउट किया गया वह सवालों के घेरे में है. उसे खेल भावना के खिलाफ बताया जा रहा है. ऐसे में भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी टिप्पणी की है.
गौतम गंभीर ने एशेज में इंग्लिश बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो को रन-आउट किए जाने के तरीके पर सवाल उठाए हैं. लॉर्ड्स में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज के दूसरे मैच के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने जिस तरीके से बेयरस्टो को रनआउट किया उसे खेल-भावना के लिहाज से गलत माना जा रहा है.
बेयरस्टो को इस बात का अहसास नहीं हुआ कि विकेटकीपर कैरी ने गेंद को विकेट की ओर फेंका है और उन्हें रनआउट किया है. कैमरन ग्रीन की गेंद विकेटकीपर के दस्तानों में गई और बेयरस्टो नॉन-स्ट्राइकर से बात करने के लिए क्रीज से बाहर आ गए. इतने में कैरी ने थ्रो कर गिल्लियां उड़ा दीं. इसे लेकर कई एक्सपर्ट कैरी की खेल-भावना पर सवाल उठा रहे हैं.
गंभीर ने तो ऑस्ट्रेलियाई फैंस पर कड़ा निशाना साधा है. गंभीर ने ट्वीट किया है, ‘हे स्लेजर्स… क्या खेल-भावना का लॉजिक तुम लोग सिर्फ भारतीयों के लिए इस्तेमाल करते हो?
क्या हुआ था…
इंग्लैंड की दूसरी पारी में बेयर्सटो ने कैमरन ग्रीन की शॉर्ट पिच गेंद को डक किया. यह 52वें ओवर की आखिरी गेंद थी. गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के दस्तानों में गई. इसके बाद बेयरस्टो क्रीज से बाहर आकर नॉन-स्ट्राइक छोर पर खड़े बेन स्टोक्स के साथ बात करने लगे.
बेयरस्टो को इस बात का अहसास नहीं हुआ कि कैरी ने गेंद को स्टंप्स की ओर फेंका है. कुछ फैंस, जिन्होंने भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के नॉन-स्ट्राइकर छोर पर रन-आउट करने पर भी सवाल उठाए थे और उसे खेल भावना के खिलाफ कहा था, वे कैरी की स्मार्टनेस की तारीफ कर रहे हैं. इसके साथ ही कुछ एक्सपर्ट के बयानों ने भी इसे खेल भावना के खिलाफ बताया है.
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने इन सवालों पर सिर्फ एक शब्द में जवाब दिया है. उनसे जब पूछ गया कि क्या जॉनी बेयरस्टो पर अपील वापस ले लेनी चाहिए थी. तो उन्होंने सिर्फ ‘ओके’ कहकर बात खत्म कर दी. बेयरस्टो का विकेट एशेज में लंबे समय तक चर्चा का विषय रहेगा. यह न सिर्फ मैच बल्कि सीरीज के लिहाज से भी काफी अहम साबित हो सकता है. बेयरस्टो और स्टोक्स मिलकर एक पार्टनरशिप खड़ी कर रहे थे जो ऑस्ट्रेलिया के लिए खतरनाक साबित हो रही थी.