Hanuma Vihari: दर्द सहकर टीम के लिए खेलने वाले खिलाड़ी का छलका दर्द, कहा- मुझे नहीं पता क्यों ड्रॉप किया गया

Hanuma Vihari ने कहा कि उन्होंने वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है और उन्हें नहीं पता कि उन्हें क्यों ड्रॉप किया गया.

By Bharat Malhotra Last Published on - July 12, 2023 1:48 PM IST

हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) इस समय भारतीय टीम से बाहर हैं. लेकिन उन्होंने वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है. विहारी इस वक्त अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) से प्रेरणा ले रहे हैं, जिन्होंने पिछले साल भारतीय टीम से बाहर होने के बाद, इस साल वापसी की. विहारी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के पहले चरण में कई अहम मुकाबलों में भारतीय टीम का हिस्सा रहे लेकिन दूसरे चरण में वह लगभग गायब ही हो गए.

सिलेक्टर्स ने नहीं जताया भरोसा

न्युजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में जब रोहित शर्मा (Rohit Sharma), विराट कोहली (Virat Kohli) और अजिंक्य रहाणे (Rahane) भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे, तब भी विहारी को मौका नहीं दिया गया. हालांकि जब श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा को ड्रॉप किया गया था तब उनके स्थान पर विहारी का चयन हुआ था. इसके साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ 2022 में एकमात्र टेस्ट के लिए भी उन्हें टीम में शामिल किया गया था. लेकिन इसके बाद उन्हें फिर ड्रॉप कर दिया गया.

Powered By 

मुझे लगता है कि जब भी मुझे मौका मिला मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया. शायद मेरा सर्वश्रेष्ठ भी भारतीय टीम के लिए काफी नहीं था.

हनुमा विहारी, भारतीय क्रिकेटर

दलीप ट्रॉफी फाइनल में करेंगे कमाल

बुधवार से एक और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चरण की शुरुआत हो रही है. विहारी दलीप ट्रॉफी के फाइनल में बेंगलुरु में खेल रहे हैं. साउथ जोन और वेस्ट जोन के बीच होने वाले इस मुकाबले से वह एक बार फिर सिलेक्टर्स का ध्यान आकर्षित करना चाहेंगे. विहारी ने हालांकि कहा कि उन्हें टीम से बाहर किए जाने की वजह नहीं पता लेकिन वह रहाणे से प्रेरणा लेकर टीम में वापसी की कोशिश करेंगे.

पता नहीं क्यों किया टीम से बाहर

विहारी ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ बातचीत में कहा, ‘मुझे लगता है कि जब भी मुझे मौका मिला मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया. शायद मेरा सर्वश्रेष्ठ भी भारतीय टीम के लिए काफी नहीं था. मैं लगातार बेहतर करने की कोशिश करता रहूंगा. एक खिलाड़ी होने के नाते आप यही कर सकते हैं.’

विहारी ने आगे कहा, ‘उम्मीद हमेशा कायम रहती है. जब तक आप रिटायरमेंट नहीं लेते आप हमेशा वापसी कर सकते हो. मैं अभी सिर्फ 29 साल का हूं. मेरे पास अभी काफी वक्त है. मैंने अजिंक्य रहाणे को 35 साल की उम्र में वापसी करते हुए देखा है. मुझे अब भी लगता है कि मैं टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए योगदान दे सकता हूं.’

हर फॉर्मेट खेलना चाहते हैं

विहारी ने भारत के लिए 16 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने 33.56 के औसत से 839 रन बनाए हैं. उन्होंने एक शतक और पांच अर्धशतक लगाए हैं. विहारी पर टेस्ट क्रिकेट का बल्लेबाज का लेबल लगा दिया गया लेकिन वह सीमित ओवरों के फॉर्मेट में भी अपनी काबलियित साबित करना चाहते हैं.

विहारी ने कहा, ‘हर कोई कहता है ‘यह एक टेस्ट प्लेयर है’ उन्होंने मुझे एक टेस्ट प्लेयर के तौर पर पेश किया. मुझे नहीं लगता कि यह सही है. मैं सफेद गेंद से भी क्रिकेट खेलकर बड़ा हुआ हूं लेकिन कई लोग इसका यकीन नहीं करते क्योंकि मुझे एक खास तरह के खिलाड़ी के तौर पर ब्रांड कर दिया गया है.’

सिडनी में खेली थी यादगार पारी

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में विहारी ने बुरी तरह चोट से जूझते हुए भी बल्लेबाजी की थी. हैमस्ट्रिंग इंजरी में उन्होंने लंगड़ाते और लड़खड़ाते हुए बल्लेबाजी की थी. उन्होंने 161 गेंद पर 23 रन बनाए थे. उस समय की दरकार थी कि क्रीज पर खड़ा हुआ जाए और विहारी ने अश्विन के साथ मिलकर भारत को हार से बचाया था. दोनों ने 259 गेंद पर 62 रन की नाबाद साझेदारी की थी.