सभी पावरप्ले में रन बना रहे थे और हम..., कोच ने दिल्ली कैपिटल्स की सबसे बड़ी खामी पर की बात
दिल्ली कैपिटल्स की टीम बुधवार को मुंई इंडियंस के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम पर 59 रन से हारकरइंडियन प्रीमियर लीग 2025 के प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई. टीम ने सीजन की शुरुआत शानदार तरीके से की. लगातार चार मैच जीते. और शुरुआती 6 में से उसने पांच मैच जीते थे. लेकिन फिर बाजी पलट…
दिल्ली कैपिटल्स की टीम बुधवार को मुंई इंडियंस के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम पर 59 रन से हारकरइंडियन प्रीमियर लीग 2025 के प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई. टीम ने सीजन की शुरुआत शानदार तरीके से की. लगातार चार मैच जीते. और शुरुआती 6 में से उसने पांच मैच जीते थे. लेकिन फिर बाजी पलट गई. और अगले सात में से उसने सिर्फ एक मैच जीता.
टीम के मुख्य कोच हेमंग बदानी ने अपनी टीम की सबसे बड़ी समस्या पर बात की है. उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर में निरंतरता का अभाव ही उनकी टीम के लिए भारी पड़ गया. दिल्ली कैपिटल्स ने लगातार अपने टॉप ऑर्डर में बदलाव किया. पहले फाफ डु प्लेसिस के साथ जैक फ्रेजर मैकगर्क को आजमाया. फिर मैकगर्क के साथ केएल राहुल को. मैकगर्क और अभिषेक पोरेल को भी पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी दी गई. कुल मिलाकर दिल्ली की टीम ने सात ओपनिंग जोड़ियां आजमाईं. और कुल मिलाकर उन जोड़ियों का औसत सिर्फ 19.23 का रहा. जो सभी टीमों में सबसे कम है.
बदानी ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘एक स्थिर ओपनिंग जोड़ी तभी संभव है जब आपकी ओपनिंग पार्टनरशिप आपको अच्छी शुरुआत दे. अगर आपको शुरुआत नहीं मिलती है तो आप बदलवा करने पर मजबूर हो जातेहैं. और यह देखना चाहते हैं कि किसी तरह उस खामी को दूर किया जा सके. जहां दूसरी टीमों ने पावरप्ले में बल्लेबाजी से कमाल की शुरुआत की, बदकिस्मती से हमें वे नहीं मिलीं. ओपनिंग हमारे लिए इस सीजन में बहुत बड़ी परेशानी रही.’
करुण नायर ने नंबर तीन पर मुंबई इंडियंस के खिलाफ दिल्ली में हुए मैच में 40 गेंद पर 89 रन की पारी खेली थी. इसमें बुमराह के खिलाफ उनकी आक्रामक पारी भी शामिल थी. उन्हें भी दो मैचों में ओपनर के तौर पर आजमाया गया लेकिन यह भी काम नहीं आया.
केएल राहुल के बल्लेबाजी क्रम में भी काफी बदलाव किए गए. नंबर चार के बाद उन्हें नंबर तीन पर मौके दिए गए. और फिर उन्होंने पारी का आगाज भी किया. दिल्ली के गेंदबाजी कोच मुनफ पटेल ने कहा था कि राहुल ने ही गुजरात टाइटंस के खिलाफ खुद ओपनिंग का सुझाव दिया था. वहां तो उन्होंने 112 रन बना दिए. लेकिन उसके बाद मुंबई के खिलाफ यह काम नहीं किया.
बदानी टीम की बल्लेबाजी से काफी नाराज दिखे. उन्होंने कहा, ‘सही परिस्थिति तो वही होती है जब आप चाहते हैं कि लोग मैच की परिस्थिति को समझें और खेलें. ज्यादातर खिलाड़ी यहां काफी वक्त से खेल रहे हैं.’
करुण नायर पर उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि करुण नायर भी, हालांकि वह दो-तीन साल बाद आईपीएल में वापसी कर रहे हैं लेकिन वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं. आपको उन्हें हर बात सिखाने की जरूरत नहीं होती. हां कुछ युवा खिलाड़ियों के साथ आप कोशिश करते हैं और यह पक्का करते हैं उन्हें सही जानकारी दी जाए. उन्हें बताया जाए और उनकी भूमिका के बारे में बताया जाए.’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन वे खिलाड़ी जो काफी समय से खेल रहे हैं आप बस उन्हें मुकाबले के बारे में बताने में मदद करते हैं. कौन आपको आउट कर सकता है? पावरप्ले में तुम क्या स्कोर देख रहे हो? इस पिच पर पावरप्ले में अच्छा स्कोर क्या रहेगा? आप उन नंबर्स को कैसे हासिल करेंगे? तो इन खिलाड़ियों जैसे- फाफ और राहुल और करुण से आप यही बात करते हैं. ये काफी लंबे वक्त से खेल रहे हैं. आप उन्हें बल्लेबाजी करना तो नहीं सिखा सकते.’