'मैं घबरा गया था...' टी20 वर्ल्ड कप फाइनल की उस रात के बारे रोहित ने किया बड़ा खुलासा

भारत ने बीते साउथ अफ्रीका को हराकर सात रन से टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. ब्रिजटाउन में हुए इस मैच में ज्यादातर समय साउथ अफ्रीका मजबूत नजर आ रही थी. वह जीत के काफी करीब पहुंच गए थे. आखिरी पांच ओवरों में उन्हें जीत के लिए 36 रन की जरूरत थी. हेनरिच…

By Bharat Malhotra Last Updated on - June 26, 2025 11:56 AM IST

भारत ने बीते साउथ अफ्रीका को हराकर सात रन से टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. ब्रिजटाउन में हुए इस मैच में ज्यादातर समय साउथ अफ्रीका मजबूत नजर आ रही थी. वह जीत के काफी करीब पहुंच गए थे. आखिरी पांच ओवरों में उन्हें जीत के लिए 36 रन की जरूरत थी. हेनरिच क्लासेन और डेविड मिलर क्रीज पर थे. और लग रहा था कि जीत भारत के हाथ से निकल चुकी है. इसके बाद हार्दिक पंड्या और जसप्रीत बुमराह ने कमाल की गेंदबाजी की और भारत को जीत दिला दी.

इससे पहले, भारतीय बल्लेबाजी भी लड़खड़ा गई थी तब विराट कोहली और अक्षर पटेल ने मिलकर टीम को संभाला था. हालांकि विराट कोहली का स्ट्राइक-रेट एक समस्या बनी हुई थी. उन्होंने 59 गेंद पर 76 रन बनाए थे. कोहली हालांकि तेजी से रन बनाने में परेशान हो रहे थे लेकिन इसके बाद भी वह क्रीज पर टिके रहे और भारत के विकेट नहीं गिरने दिए.

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अक्षर पटेल ने 31 गेंद पर 47 रन की पारी खेली थी. भारत की टीम उस समय परेशानी में थी जब अक्षर पटेल ने अपनी पारी से भारतीय ड्रेसिंग रूम और फैंस का हौसला बढ़ाने का काम किया. इसके बाद, शिवम दूबे ने भी 16 गेंद पर 27 रन बनाए. भारत ने अपनी पारी में 176 रन बनाए थे.

इसके एक साल बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बताया है कि उस समय ड्रेसिंग रूम में कैसा माहौल था. टीम कैसा महसूस कर रही थी जब तीन विकेट जल्दी गिर गए थे और कोहली व अक्षर की पार्टनरशिप हो रही थी. और कैसे इस पार्टनरशिप ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई.

जियो सिनेमा के साथ बातचीत में रोहित ने कहा, ‘मुझे पूरा यकीन है कि विराट भी ऐसे ही सोच रहा था: आज का दिन मुझे फोकस करने की जरूरत है.’पहले जो हुआ उसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. और इसके बाद उन्होंने कमाल की पारी खेली. अक्षर के साथ बेहतरीन साझेदारी की. शुरुआती तीन विकेट गिरने के बाद ड्रेसिंग रूम में बेशक बहुत चिंता थी. मैं भी डर गया था. मैं सहज नहीं था.’

उन्होंने आगे कहा, ‘ज्यादातर लोग अक्षर की पारी के बारे में बात नहीं करते. लेकिन वह मैच बदलने वाली पारी थी. उस स्थिति में 31 गेंद पर 47 रन बनाना बहुत अहम था. और हमें जरूरत थी कि एक खिलाड़ी पूरी पारी में बल्लेबाजी करे- विराट ने ऐसा कमाल किया. और फिर शिवम, अक्षर और हार्दिक, जो भी आया उसने अपनी भूमिका निभाई.’