अगर टीम इंडिया हारी तो इस दिग्गज पर फोड़ा जाएगा हार का 'ठीकरा'?
टीम इंडिया आज वर्चुअल क्वार्टरफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उतरेगी।

पूर्व दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी फैनी डीविलियर्स का मानना है कि रविवार को भारत के खिलाफ मैच में दक्षिण अफ्रीका के जीतने के बहुत आसार हैं। टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच यह मैच क्वार्टरफाइनल की तरह है। जो भी टीम इस मैच में हारेगी वह चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो जाएगी और जीतने वाली टीम सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। बड़े मैच के पहले फेनी डीविलियर्स का कहना है कि उनकी टीम में वायने पार्नेल सबसे कमजोर कड़ी हैं। उनका मानना है कि अगर पार्नेल से नई गेंद से गेंदबाजी करवाई जाती है तो टीम इंडिया इसका फायदा उठा सकती है। ऐसे में उनका मानना है कि अगर उनकी जगह टीम मैनेजमेंट ड्वेन प्रिस्टोरियस या फरहान बेहारादीन को खिलाते हैं तो बेहतर होगा।
उन्होंने कहा, “इस समय दक्षिण अफ्रीका की योजना दूसरी होनी चाहिए। अगर वे ड्वेन प्रिस्टोरियस या फरहान बेहारादीन को टीम में लाते हैं तो बेहतर होगा। या दो स्पिनर के साथ जाना अच्छा विकल्प होगा। पार्नेल को बाहर रखते हुए उन्हें (ड्वेन प्रिस्टोरियस या फरहान बेहारादीन) शामिल करना बेहतर होगा।”
मैच के बारे में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों टीम एक बराबर टीम के रूप में मैच में उतरेंगी। उन्होंने कहा कि अगर टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ मैच न हारी होती तो वह इस मैच में उतरते हुए मजबूत स्थिति में होती। जैसा कि टीम इंडिया श्रीलंका से हार गई है तो दक्षिण अफ्रीकी टीम, भारत को हराने का हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के गेंदबाज श्रीलंका के खिलाफ 300 से ज्यादा के स्कोर का बचाव नहीं कर पाए। इसका मतलब ये है कि वे दबाव में है और ये चीज दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में जाएगी। [ये भी पढ़ें: द.अफ्रीका के खिलाफ आज ‘आर या पार की जंग’ लड़ेगी टीम इंडिया]
टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले और खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव की बातें पिछले दिनों के दौरान सुनने को मिली थीं। खासकर विराट कोहली और कुंबले के बीच संबंध तल्ख चल रहे थे। ऐसे में फैनी डीविलियर्स को लगता है कि अगर टीम इंडिया मैच हारती है तो उसका ठीकरा अनिल कुंबले के सिर पर फूटेगा।
फैनी ने कहा, “कोच को लेकर कोई शंका टीम के प्रदर्शन को मैदान में प्रभावित नहीं करती। टेस्ट क्रिकेट में इस वजह से प्रदर्शन में कुछ अंतर देखने को मिल सकता है। अंततः आपका कोच मार्गदर्शक होता है, ऐसे में कोच का क्रिकेटर से ज्यादा महत्वपूर्ण बनना हमेशा कठिन होता है। लेकिन मुझे डर है कि अगर रविवार को टीम इंडिया मैच हारती है तो टीम इंडिया कुंबले के सिर पर हार का ठीकरा फोड़ेगी। वह उनका बहाना बनाएंगे।”