Champions Trophy 2025: रोहित की 'गलती' नहीं हुई अक्षर की ऐतिहासिक हैटट्रिक
Rohit Sharma ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ आसान सा कैच छोड़ा. इसके साथ ही अक्षर पटेल अपनी हैटट्रिक से चूक गए.
रोहित शर्मा अगर वह कैच पकड़ लेते तो अक्षर पटेल की हैटट्रिक हो जाती. भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के इस मैच में तीन स्पिनर्स के साथ उतरने का फैसला किया. और अक्षर पटेल इस तिकड़ी का हिस्सा थे. उन्होंने पहले तनजीद हसन को आउट किया. इस विकेट में काफी ड्रामा हुआ. लेकिन आखिर में विकेट भारत को मिला. इसके बाद अगली गेंद पर अक्षर ने मुशफिकुर रहीम को विकेट के पीछे कैच करवाया. अगली गेंद खेलने आए जेकर अली.
फील्ड तैयार थी, दो स्लिप, एक लेग स्लिप, एक शॉर्ट-मिडविकेट. यानी भारत का प्लान तैयार था. और किलाबंदी हो चुकी थी. अक्षर ने फिर धीमी गेंद फेंकी. गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया. लेकिन… लेकिन रोहित शर्मा ने पहली स्लिप में एक आसान सा कैच टपका दिया. रोहित इस कैच को छोड़ने के बाद काफी गुस्से में दिखे. वह गुस्से में जमीन को जोर-जोर से पीटने लगे.
कैसा मिला पहला विकेट
9वें ओवर की दूसरी गेंद पर अक्षर ने तनजीद को चलता किया. गेंद टप्पा लगने के बाद सीधी निकली और बल्ले का किनारा लेती हुई केएल राहुल के दस्तानों में गई. राहुल ने गेंद को आसानी से पकड़ा. अक्षर को खुद इस बात का अंदाजा नहीं था कि कैच लपक लिया गया है. लेकिन अंपायर पॉल राइफल पूरी तरह आश्वस्त थे कि यह कैच कर लिया गया है. तनजीद नहीं जा रहे थे लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट दिया और उसके बाद वह पविलियन लौटे.
फिर आए मुशफिकुर रहीम
नंबर 6 पर बैटिंग करने उतरे मुशफिकुर रहीम. हालांकि यह बैटिंग ऑर्डर उनके लिए काफी नीचे हैं. लेकिन वह एक काम अच्छा करते हैं. सही लाइन पर खेलते हैं. अक्षर की गेंद हालांकि टप्पा लगकर उठी और टर्न हुई. गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया और राहुल ने एक और कैच लपका.
फिर छूटा कैच
अब अक्षर तिकड़ी के लिए तैयार थे. जैकर अली को फंसाने का प्लान बना लिया था. और अक्षर पटेल ने अली को फंसा भी लिया था. लेकिन रोहित उस कैच को नहीं कर पाए.
चैंपियंस ट्रॉफी में सिर्फ एक हैटट्रिक
चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सिर्फ एक हैटट्रिक हुई है. वह वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जेरॉम टेलर ने साल 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम मे ली थी. अगर पटेल हैटट्रिक ले लेते तो चैंपियंस ट्रॉफी में ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन जाते.