'जब तक भगवान ने लिखा है...', करियर के सवाल पर जसप्रीत बुमराह ने फोड़ा बम
IND vs ENG: भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट हॉल लिया. यह उनके करियर का 14वां मौका था जब उन्होंने पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट लिए. बुमराह की गेंदबाजी ने भारत को छह रन की बढ़त दिलाने में मदद की. भारत ने अपनी पहली पारी में 471 रन बनाए थे. इसके जवाब में इंग्लैंड ने 465 रन बनाए. तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत का स्कोर दो विकेट पर 90 रन है. केएल राहुल 47 और कप्तान शुभमन गिल छह रन बनाकर नाबाद पविलियन लौटे हैं.
लीड्स: जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर कमाल की पेस बॉलिंग का प्रदर्शन किया. इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन इस दाएं हाथ के गेंदबाज ने पारी में पांच विकेट हासिल कर इंग्लैंड को 465 पर समेटने में मदद की. भारत ने अपनी पहली पारी में 471 रन बनाए थे. और इस तरह टीम इंडिया ने छह रन की बढ़त हासिल की. बुमराह ने 83 रन देकर पांच विकेट लिए. यह टेस्ट क्रिकेट में 14वां मौका था जब बुमराह ने पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट लिए.
तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक मैच बराबरी पर है. भारत का स्कोर 2 विकेट पर 90 रन था. केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल क्रीज पर हैं. राहुल नाबाद 47 और गिल छह रन पर बल्लेबाजी कर रहे हैं. वहीं भारतीय टीम ने यशस्वी जायवसाल और डेब्यू कर रहे साई सुदर्शन के विकेट खो दिए हैं.
इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक 99 रन बनाकर आउट हुए. वह अनलकी रहे कि अपना शतक पूरा नहीं कर सके. हालांकि यहां तक पहुंचने में भी उन्हें किस्मत का बहुत साथ मिला. उन्हें कुल मिलाकर दो बार जीवनदान मिला.
बुमराह ने भी तीसरे दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्रूक के खेल की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘हैरी ब्रूक ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की. यह मैदान पर काफी रन बनते हैं. तो ऐसे में एक गेंदबाज होने के नाते आपको सटीक गेंदबाजी करनी होती है.’
इस मैच में भारतीय टीम की फील्डिंग पर काफी सवाल उठे. टीम ने कई मौके गंवाए. लेकिन बुमराह इस मामले को तूल नहीं देना चाहते. उन्होंने कहा, ‘कैच छूटना खेल का हिस्सा है. कोई भी ऐसा जानबूझकर नहीं करता. लोग अपने अनुभव से सीखेंगे.’
बुमराह इस सीरीज में सिर्फ तीन ही टेस्ट मैच खेलेंगे. इसे लेकर उन्होंने कहा, ‘लोग बोलते रहेंगे. अब जाएगा, अब जाएगा. मैं 10-12 साल से खेल रहा हू्ं. आईपीएल खेल रहा हूं. जब तक भगवान ने लिखा है खेलूंगा.’
इस भारतीय पेसर ने यह भी कहा कि वह बाहर हो रही बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते. उन्होंने कहा, ‘मैं उन चीजों को नियंत्रित नहीं कर सकता. मैं सिर्फ अपनी तैयारी पर ध्यान देता हूं और सभी काम करता हूं.’