NCA चाहता था- ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले अपना वजन घटाएं Rohit Sharma: पूर्व क्रिकेटर
पूर्व भारतीय खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा का मानना है कि टीम मैनेजमेंट चाहता था कि रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया टूर से पहले अपना वजन घटाएं.
टीम इंडिया के सीमित ओवरों के उपकप्तान और स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा (Rohit Sharma) इन दिन बेहद फिट नजर आ रहे हैं. लेकिन यह स्टार बल्लेबाज जब लॉकडाउन खत्म होने के बाद आईपीएल खेलने के लिए यूएई पहुंचा था, तब वह पहले से कुछ भारी भरकम दिख रहे थे. आईपीएल (IPL 2020) के दौरान वह चोटिल भी हो गए और उन्हें हैम्स्ट्रिंग में खिंचाव के चलते ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज से बाहर भी रहना पड़ा. टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) का मानना है कि शायद टीम मैनेजमेंट की यह सोच रही होगी कि रोहित शर्मा अपना वजन घटाकर अपनी फिटनेस के पीक पर पहुंचे, जिससे उनके खेल और टीम इंडिया दोनों को फायदा हो.
रोहित हैम्ट्रिंग में लगी अपनी चोट से उबरने के लिए कई दिनों तक रिहैब के लिए बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकैडमी में रहे थे. इस दौरान उन्होंने अपने वजन को कम करने पर भी काम किया. 11 दिसंबर को उन्होंने अपना फिटनेस टेस्ट पास कर लिया और इसके बाद वह 4 टेस्ट मैच की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) के अंतिम 2 टेस्ट में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए. हालांकि यहां उन्हें कोविड-19 के चलते हेल्थ प्रोटोकॉल के तहत 14 दिन क्वॉरंटीन में बिताने पड़े.
ओझा ने कहा, 'एनसीए में मौजूद एक्सपर्ट्स चाहते थे कि रोहित यहां अपना कुछ वजन कम करें और अपनी फिटनेस के पीक को हासिल करें. जब हम लंबे समय तक नहीं खेलते हैं तो ऐसे में चोटिल होने का खतरा बढ़ता है, जो हमने आईपीएल में देखा. तो शायद इसलिए वे चाहते थे कि रोहित पूरी तरह मैच फिट रहें, जिससे उन्हें मैदान पर कोई चोट लगने का खतरा न रहे.'
अब रोहित सिडनी टेस्ट में खेलने के लिए टीम के साथ जुड़ गए हैं और उन्होंने मैदान पर अपना अभ्यास भी शुरू कर दिया है. इस स्टार खिलाड़ी की फिटनेस पर बात करते हुए पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने एक इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि रिहैब के दौरान एनसीए का फोकस रोहित के वजन कम करने पर भी था. क्योंकि लॉकडाउन के कारण जब क्रिकेट गतिविधियों पर 6 महीने से ज्यादा समय के लिए ब्रेक लगा तब उनका कुछ वजन बढ़ गया था. इस ब्रेक के बाद मैदान पर लौटे कई खिलाड़ी चोटिल हो गए थे.रोहित भी उनमें से एक थे.
ओझा ने कहा, 'रोहित को क्वॉरंटीन के बाद एक बार फिर काफी सारी प्रैक्टिस की दरकार है क्योंकि वह 14 दिनों तक अपने रूम में ही बंद थे. उन्हें वहां की परिस्थियों का जल्दी ही आदी होना होगा और शायद इसके लिए यही सही तरीका है कि आप बाहर जाएं और अभ्यास करें.'
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