पिता को हार्ट-अटैक और ऑस्ट्रेलिया दौरे से ड्रॉप भारतीय ओपनर ने बताई इमोशनल स्टोरी

भारतीय टीम की ओपनर शेफाली वर्मा ने बताया कि कैसे जब उन्हें टीम से बाहर किया गया तो उन्होंने अपने पिता को वह बात नहीं बताई थी. शेफाली ने एक हफ्ते तक वह बात अपने पिता से छुपाकर रखी.

By Bharat Malhotra Last Updated on - January 16, 2025 12:18 PM IST

भारतीय महिला टीम की ओपनर शेफाली वर्मा ने बताया है कि कैसे बीता कुछ वक्त उनके और उनके परिवार के लिए कितना चुनौतीपूर्ण है. वह भारतीय टीम से ड्रॉप हुईं और लगभग उसी वक्त उनके पिता को हार्ट-अटैक भी आया था. इस युवा बल्लेबाज को महिला टी20 वर्ल्ड कप और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद नवंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम से ड्रॉप कर दिया गया था.

साल 2024 में नवंबर की 18 तारीख को भारत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम का ऐलान किया था. शेफाली वर्मा ने बताया कि उन्होंने अपने पिता से इस खबर को छुपाकर रखा. उनके पिता संजीव वर्मा अस्पताल में थे और शेफाली ने यह खबर उन्हें एक सप्ताह के बाद बताई.

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अंग्रेजी अखबर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में शेफाली ने बताया, ‘इससे बाहर निकलना आसान नहीं है. मैं इसे बताना नहीं चाहती थी क्योंकि मुझे टीम से ड्रॉप करने से दो दिन पहले ही मेरे पिता को हार्ट-अटैक आया था. मैंने यह खबर उनसे तब तक छुपाई जब तक उनकी तबीयत बेहतर नहीं हुई. वह अस्पताल में थे. मैंने उन्हें एक हफ्ते के बाद बताया.’

खबर सुनने के बाद शेफाली के पिता ने उन्हें एक पॉइंट बताया जिससे उन्हें टीम में वापसी में मदद मिल सकती थी. पिता ही शेफाली के पहले कोच हैं. उन्होंने ट्रेनिंग को प्राथमिकता दी और सीनियर वुमन वनडे चैलेंजर्स ट्रॉफी के लिए उन्हें तैयारी करने में मदद की. इस टूर्नमेंट की शुरुआत 5 जनवरी को हो चुकी है.

शेफाली ने कहा, ‘पिता को सब कुछ पता है. कई बार हम बच्चे अपनी ताकत भूल जाते हैं, लेकिन वे नहीं भूलते. उन्होंने मुझे मेरे बचपन की ड्रिल और वर्कआउट के बारे में याद दिलाया. और मुझे वही करने में मदद की. जब मैंने शुरू किया तो हम ये नॉकिंग ड्रिल किया करते थे- जहां मैं ऑन ड्राइव, स्ट्रेट ड्राइव करती और इसी पर मैंने काम किया था. ये मेरी ताकत थी और कई बार हमें आपको यह याद रखने के लिए कि आप उसमें कितने अच्छे हैं, मेहनत करनी पड़ती है.’

शेफाली की टीम इंडिया ए सीनियर वुमन वनडे चैलेंजर्स ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची. उन्होंने स्नेह राणा की कप्तानी वाली इंडिया सी के खिलाफ चेन्नई में 26 रन की तेज पारी खेली. उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नमेंट चुना गया. पूरे टूर्नमेंट में उन्होंने 97 के औसत से 388 रन बनाए.