'प्लेऑफ में पहुंचना है तो बीच के ओवरों में प्रदर्शन सुधारे दिल्ली'

मुंबई के खिलाफ घरेलू मैच में दिल्ली टीम को 40 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

By Press Trust of India Last Published on - April 19, 2019 1:50 PM IST

दिल्ली कैपिटल्स को अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर चार मैचों में से तीन में हार का सामना करना पड़ा और उसके कोचिंग स्टाफ के प्रमुख सदस्य प्रवीण आमरे को लगता है अगर टीम को आईपीएल के प्लेऑफ में पहुंचने का दावा मजबूत रखना है तो बल्लेबाजी करते हुए बीच के ओवरों के खेल में सुधार करना होगा।

दिल्ली ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुरुवार को 169 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 48 रन बनाए थे लेकिन इसके बाद विकेटों का पतझड़ शुरू हो गया और 14 ओवर के बाद उसका स्कोर पांच विकेट पर 76 रन हो गया। दिल्ली को आखिर में 40 रन से हार झेलनी पड़ी।

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आमरे ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर आप पिछले दो मैचों पर गौर करो तो हमने पावरप्ले में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। इस मैच का सकारात्मक पक्ष ये रहा कि हमने इन छह ओवरों में अच्छा खेल दिखाया। हमने इनमें विकेट नहीं गंवाया लेकिन मुझे लगता है कि बीच के ओवरों के लचर खेल के कारण हम यह मैच हारे। ईमानदारी से कहूं तो ये वो क्षेत्र है जिस पर हमें सुधार करने की जरूरत है। बीच के इन ओवरों में अगर हम अच्छा खेलते हैं। इन ओवरों में स्पिनरों का अच्छी तरह से सामना करते हैं तो यह काफी मायने रखेगा।”

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आमरे ने हालांकि मुंबई को जीत का श्रेय दिया और विशेष रूप से उसके आलराउंडर हार्दिक पंड्या (आखिरी ओवरों में 15 गेंदों पर 32 रन) और लेग स्पिनर राहुल चाहर (चार ओवर में 19 रन देकर तीन विकेट) की तारीफ की।

उन्होंने कहा, “हमें मुंबई इंडियंस को श्रेय देना होगा। आखिरी चार ओवरों में उन्होंने 58 रन बनाए। हार्दिक की पारी बेहद अहम रही। हमें ये 150 के स्कोर लायक पिच लग रही थी लेकिन उन्होंने 18-19 अधिक रन बनाए जिसने अंतर पैदा किया। लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं था क्योंकि हम कोटला की विकेट को जानते हैं। हमें अपने खेल में सुधार करना होगा। ये महत्वपूर्ण है।”

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चाहर के बारे में आमरे ने कहा, “उसने बेहतरीन गेंदबाजी की और तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए। उसने पावरप्ले में गेंदबाजी की जिससे मुंबई अपने अनुभवी गेंदबाजों का बाद में उपयोग कर पाया। उसने शिखर (धवन) का कीमती विकेट लिया” पिच धीमा खेल रही थी लेकिन तब भी दिल्ली दो स्पिनरों के साथ उतरा जबकि मुंबई ने तीन स्पिनर उतारे। आमरे ने कहा कि पिछले तीन मैचों में जीत दर्ज करने वाली टीम में वो छेड़छाड़ नहीं करना चाहते थे।

उन्होंने कहा, “हम इस टीम के साथ ही बने रहना चाहते थे। जैसे इशांत शर्मा ने पहले छह ओवर में अच्छी भूमिका निभायी। असल में आखिरी चार ओवरों से मैच का नक्शा बदला। अगर हमने 15 रन भी कम दिये होते तो हमारे पास मौका रहता।”