अक्षय कर्णीवार ने जमाया पहला शतक, विदर्भ को मिली बड़ी बढ़त

रणजी चैंपियन विदर्भ ने अक्षय कारनेवर के शतक के दम पर रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ ईरानी कप में 95 रन की अहम बढ़त हासिल की। तीसरे दिन विदर्भ ने पहली पारी में 425 रन बनाए जबकि रेस्ट ऑफ इंडिया ने पहली पारी में 330 रन बनाए थे। दिन का खेल खत्म होने तक टीम…

By Cricket Country Staff Last Published on - February 14, 2019 5:13 PM IST

रणजी चैंपियन विदर्भ ने अक्षय कारनेवर के शतक के दम पर रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ ईरानी कप में 95 रन की अहम बढ़त हासिल की। तीसरे दिन विदर्भ ने पहली पारी में 425 रन बनाए जबकि रेस्ट ऑफ इंडिया ने पहली पारी में 330 रन बनाए थे। दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने 2 विकेट पर 102 रन बनाकर विदर्भ पर 7 रन की बढ़त हासिल की थी।

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कारनेवर आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे और उन्होंने 102 रन की आकर्षक पारी खेली जिससे विदर्भ ने 425 रन बनाकर पहली पारी में 95 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। शेष भारत ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 102 रन बनाए हैं और उसे अब सात रन की बढ़त मिल गई है।

दूसरी पारी में रेस्ट ऑफ इंडिया ने बनाए 102 रन

शेष भारत की दूसरी पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसने अनमोलप्रीत सिंह (छह) का विकेट जल्दी गंवा दिया जबकि मयंक अग्रवाल (27) भी लांग आफ पर आसान कैच देकर पवेलियन लौटे। इसके बाद पहली पारी के शतकवीर हनुमा विहारी (नाबाद 40) और कप्तान अंजिक्य रहाणे (नाबाद 25) ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली। ये दोनों तीसरे विकेट के लिये अब तक 56 रन जोड़ चुके हैं।

कारनेवर का शानदार शतक

विदर्भ ने सुबह अपनी पहली पारी छह विकेट पर 245 रन से आगे बढ़ाई। उसकी निगाह अक्षय वाडकर (73) पर टिकी थी जिन्होंने कल शाम को टीम को संकट से उबारा था लेकिन टीम को बढ़त कारनेवर ने दिलाई। बायें हाथ के बल्लेबाज कारनेवर ने 133 गेंदों का सामना करके 13 चौके और दो छक्के लगाये।

विदर्भ को मिली 95 रन की बढ़त

कारनेवर और वाडकर ने सुबह विदर्भ की पारी की शुरुआत की। वाडकर लंच से पहले आउट हो गये लेकिन कारनेवर ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने धर्मेन्द्रसिंह जडेजा पर मिडविकेट क्षेत्र में दिन का पहला छक्का जमाया। उन्हें अक्षय वाखरे (20) का अच्छा साथ मिला। कर्णीवार और वाखरे ने आठवें विकेट के लिये 76 रन जोड़कर अपनी टीम को बढ़त दिलाई।

कारनेवर शतक पूरा करने के बाद लेग स्पिनर राहुल चाहर की गेंद को पुल करने के प्रयास में चूक गये और पगबाधा होकर पवेलियन लौटे। वाखरे भी इसके तुरंत बाद चाहर की गुगली पर बोल्ड हो गए। इसके बाद रजनीश गुरबाणी (नाबाद 28) और यश ठाकुर (10) ने आखिरी विकेट के लिये 39 रन जोड़कर शेष भारत के गेंदबाजों की परेशानी बढ़ाई।

युवा चाहर शेष भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 112 रन देकर चार विकेट लिये। अंकित राजपूत, जडेजा और कृष्णप्पा गौतम ने दो-दो विकेट हासिल किये।