कई बार कोचों को अपनी ईगो..., रोहित का साथ देते हुए हरभजन ने सुनाई खरी-खरी
हार्दिक पंड्या की कप्तानी वाली मुंबई इंडिंयस ने इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में एक रोमांचक मैच में दिल्ली कैपिटल्स को हरा दिया. रविवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर खेले गए मैच में अक्षर पटेल की टीम मैच में मजबूत नजर आ रही थी. लेकिन मिशेल सैंटनर ने करुण नायर को जब आउट किया…
हार्दिक पंड्या की कप्तानी वाली मुंबई इंडिंयस ने इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में एक रोमांचक मैच में दिल्ली कैपिटल्स को हरा दिया. रविवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर खेले गए मैच में अक्षर पटेल की टीम मैच में मजबूत नजर आ रही थी. लेकिन मिशेल सैंटनर ने करुण नायर को जब आउट किया तो उसके बाद मैच पूरी तरह पलट गया. आखिर में मुंबई ने 12 रन से जीत हासिल की.
इस मैच में रोहित शर्मा बतौर इम्पैक्ट प्लेयर खेले थे. लेकिन बाहर बैठे-बैठे उन्होंने ऐसा मास्टर स्ट्रोक खेलना जिसने मैच का रुख बदलने में मदद की. भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित ने कर्ण शर्मा को गेंद बदलने का इशारा किया. बीसीसीआई के नए नियम के अनुसार अगर गेंद ओस की वजह से खराब हो गई तो गेंदबाजी करने वाली टीम 10 ओवर बाद उसे बदलने के लिए कह सकती है.
मुंबई ने गेंद बदली और उसके बाद लेग स्पिनर ने ट्रिस्टन स्टब्स का विकेट लिया. एक ओवर बाद उन्होंने केएल राहुल को आउट किया. और इसके बाद मुंबई ने मैच पर पकड़ बना ली. दिल्ली के लिए विपराज निगम और आशुतोष शर्मा ने दिल्ली को पार ले जाने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. 19वें ओवर में दिल्ली ने लगातार तीन विकेट रन-आउट पर खोए.
भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर और अब कॉमेंट्री कर रहे हरभजन सिंह ने दावा किया कि मुंबई इंडियंस के हेड कोच महेला जयवर्धने रोहित शर्मा के गेंद बदलने और अंतिम ओवरों में स्पिनर्स से गेंदबाजी करवाने के फैसले से सहमत नहीं थे.
हरभजन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘रोहित शर्मा ने एक मास्टर-स्ट्रोक खेला. उन्होंने हेड कोच महेला जयवर्धने से कहा कि स्पिनर्स को गेंदबाजी पर लगाया जाए और कर्ण शर्मा को आक्रमण पर लगाया जाए. महेला जयवर्धने ने रोहित शर्मा की बात सुनने से इनकार कर दिया और वह इस फैसले पर रोहित के साथ नहीं थे. जैसा महेला जयवर्धने कह रहे थे अगर वैसा किया जाता तो मुंबई इंडियंस की टीम मैच हार जाती. रोहित शर्मा वहां थे और उन्होंने बेस्ट चाल चली. वह कप्तान हैं. वह हमेशा कप्तान की तरह सोचते हैं. एक कप्तान हमेशा कप्तान होता है. और उनकी इस रणनीति ने मुंबई को जीत दिला दी’
उन्होंने आगे कहा, ‘कर्ण शर्मा गेंदबाजी करने आए और उन्होंने तीन विकेट लिए. और मैच को पूरी तरह बदल दिया. यह एक कमाल की चाल थी. अगर रोहित शर्मा डगआउट में होते तो लखनऊ के खिलाफ तिलक वर्मा को रिटायर आउट करके मिशेल सैंटनर को बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा जाता. महेला जयवर्धने ने एक खराब चाल चली. रोहित दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ कमाल के थे. कई बार कोच को अपनी ईगो एक ओर रख देनी चाहिए और सोचना चाहिए कि टीम का फायदा कैसे होगा. मैं उम्मीद करता हूं कि रोहित शर्मा डगआउट से अपने इनपुट देते रहेंगे.’