ENG vs IND: दोस्त को बुरी लगी गंभीर की आलोचना, बोले हारे तो गंभीर, जीते तो...
भारत ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को पांच विकेट से हरा दिया. इस जीत के बाद भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल के खेल की बहुत तारीफ हुई. लेकिन पहले टेस्ट में हार के बाद कोच गौतम गंभीर की खूब आलोचना हुई थी. और यही बात एक पूर्व क्रिकेटर को पसंद नहीं आई है.
नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट में हार के बाद भारतीय टीम आलोचकों के निशाने पर थी. खास तौर पर मुख्य कोच गौतम गंभीर पर काफी सवाल उठाए जा रहे थे. टेस्ट क्रिकेट में गंभीर का बतौर कोच कैसा रिकॉर्ड है इसे लेकर भी सवाल उठ रहे थे. लेकिन एजबेस्टन टेस्ट में इंगलैंड पर भारत की 336 रन की बड़ी जीत के बाद परिस्थिति बदल गई है. और इसी पर कोलकाता नाइट राइडर्स में गंभीर के साथी रहे मनविंदर बिसला ने बड़ी बात कही है. वह लीड्स में भारत की हार के बाद गंभीर की आलोचना करने वाले लोगों पर खूब बरसे हैं.
भारत ने पहले टेस्ट में पांच वकेट से हार मिलने के बाद सीरीज के दूसरे टेस्ट में दमदार वापसी की. यहां भारत ने विदेशी धरती पर सबसे बड़ी जीत हासिल की. एजबेस्टन में भारत ने इस मैदान पर इससे पहले कोई भी टेस्ट मैच नहीं जीता था. इस मैच में शुभमन गिल का बल्ला खूब बोलना. टीम इंडिया के कप्तान ने पहली पारी मं 269 और दूसरी पारी में 161 रन बनाए. कुल मिलाकर गिल ने मैच में 430 रन बनाए.
भारत की जीत के बाद बिसला ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पहलो टेस्ट मैच में हार के लिए गंभीर को जिम्मेदार ठहराने वालों और दूसरे टेस्ट में जीत का श्रेय उन्हें नहीं देने वालों की खूब आलोचना की.
बिसला ने एक्स पर लिखा- ‘टेस्ट से पहले: @GautamGambhir ने प्लेइंग इलेवन बिगाड़ी दी. जीत के बाद @ShubmanGill के युग की शुरुआत. स्कोरकार्ड से जल्दी बदलता है नजरिया. एक बार फिर: दोनों लीडर हैं- इस बड़ी जीत का श्रेय पूरी टीम को जाता है.’
दाएं हाथ के बल्लेबाज बिसला साल 2011-2014 के बीच कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम का हिस्सा रहे. वह गौतम गंभीर की कप्तानी में इस टीम के लिए खेले. उन्होंने साल 2012 आईपीएल फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 48 गेंद पर 89 रन की धमाकेदार पारी खेली थी. कोलकाता ने यहां पहली बार आईपीएल का खिताब जीता था.
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी दूसरे टेस्ट की बात करें तो भारत ने आखिर एजबेस्टन टेस्ट में जीत हासिल की. भारत ने 336 रन से जीत हासिल की. भारत ने इससे पहले एजबेस्टन में कोई टेस्ट मैच नहीं जीता था. यहां खेले गए मैचों में भारत को सात में हार मिली थी और एक मुकाबला ड्रॉ रहा था.