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रोहित vs हार्दिक: सिद्धू ने अनोखे अंदाज में MI की कप्तानी पर मारा जोरदार तंज

रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने 5 खिताब अपने नाम किए थे. अब मुंबई को छठा खिताब दिलाने की जिम्मेदारी हार्दिक पांड्या के कंधों पर हैं.

user-circle cricketcountry.com Written by Vanson Soral
Published: Mar 27, 2024, 04:12 PM (IST)
Edited: Mar 27, 2024, 04:15 PM (IST)

मुंबई इंडियंस को IPL 2024 से महीनों पहले उस वक्त आलोचना का सामना करना पड़ा जब फ्रैंचाइजी ने लंबे समय से टीम के कप्तान रोहित शर्मा से कप्तानी लेकर हार्दिक पांड्या को सौंप दी. हार्दिक की IPL 2024 के लिए हुए ऑक्शन से कुछ दिन पहले ही गुजरात से मुंबई इंडियंस में वापसी हुई थी. मुंबई इंडियंस में वापसी होते ही हार्दिक को रोहित की जगह कप्तान बना दिया जिससे फैंस भड़क गए. फैंस का गुस्सा अभी तक बरकरार है. IPL 2024 के अपने पहले मैच में जब मुंबई इंडियंस का गुजरात से सामना हुआ तो हार्दिक पांड्या के खिलाफ जमकर हूटिंग हुई. टॉस के लिए जब हार्दिक पांड्या मैदान में आए तो फैंस ने रोहित-रोहित के जमकर नारे लगाए.

जब टीम इंडिया में खेलते थे 5-5 कप्तान

इस बीच मुंबई इंडियंस में कप्तानी को लेकर जारी विवाद पर अब नवजोत सिंह सिद्धू का बड़ा बयान आया है. मुंबई के पहले मैच में कमेंट्री के दौरान सिद्धू ने कहा, “रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के रुप में आज खेल रहे हैं. ये पहली बार नहीं हुआ. मैं ऐसी इंडियन टीम में खेला हूं जहां 5-5 कप्तान एक साथ खेलते थे. दिलीप वेंगसरकर, सुनील गावस्कर, कपिल देव, के श्रीकांत और रवि शास्त्री. वहां कोई मसला नहीं था. ईंट उठाओ और तुम्हें ऊपर और नीचे दोनों जगह कप्तान मिलेगा. तो क्या कोई दिक्कत थी. क्या कोई परेशानी थी बिल्कुल नहीं थी. क्योंकि वे अपने देश के लिए खेल रहे थे. देश के लिए खेलने से मोटिवेशन आती है. और इससे रोहित शर्मा छोटे नहीं होते.”

रोहित-धोनी महान खिलाड़ी

उन्होंने आगे कहा, “धोनी अपनी कप्तानी पास (रुतुराज गायकवाड़ को) कर चुके हैं और शायद ये मुंबई इंडियंस में भी ऐसा हो सकता था. लेकिन यह एक फ्रेंचाइजी है और वे प्रदर्शन को देखते हैं. उन्होंने इसे तीन साल दिए और जब बात नहीं बनी तो उन्होंने इस काम के लिए एक नए व्यक्ति को लाकर खड़ा कर दिया. जो बेहतर है आपको उसे स्वीकार सबने, लेकिन रोहित शर्मा और एमएस धोनी महान खिलाड़ी हैं.”

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फिर उन्होंने शायराना अंदाज में अपनी बात के आखिर में कहा, “एक बौना फिर भी बौना होता है, भले ही वह पर्वत के शिखर पर खड़ा हो और एक देवता तब भी देवता है, चाहे वे एक कुएं की गहराई में खड़ा हों. सोना तो सोना होता है, जो जौहरी की मार खाकर भी किसी के गले का हार बनता है. लाख आंधी और तूफान झेलकर कोई रोहित और धोनी जैसा सरदार बनता है.”