अब कोई भी विराट के बारे में बात नहीं कर रहा- इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज का बड़ा बयान
विराट कोहली ने जब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया तब बड़ा संकट पैदा हो गया था. सवाल था कि क्या इंग्लैंड में युवा बल्लेबाजी इस कमी को दूर कर पाएगी. लेकिन कप्तान शुभमन गिल ने अगुआई करते हुए इस सीरीज में अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है.
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ओवैस शाह ने बर्मिंगम टेस्ट में भारतीय टीम की जीत के बाद बड़ा कॉमेंट किया है. खास तौर पर हेडिंग्ले और एजबेस्टन टेस्ट में भारतीय टीम की बल्लेबाजी से वह काफी प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि टीम इंडिया को विराट कोहली की कमी नहीं खली क्योंकि बाकी बल्लेबाजों ने इंग्लिश परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन किया. शाह ने भारत की एजबेस्टन में 336 रन से मिली जीत के बाद यह टिप्पणी की है. पांच मैचों की सीरीज अब 1-1 से बराबर है.
इसके साथ ही शाह ने शुभमन गिल की भी तारीफ की जिन्होंने आगे बढ़कर टीम की अगुआई की. गिल ने दोनों टेस्ट मैचों में बल्ले से धमाल मचाया और इस बात से शाह काफी खुश हैं. गिल ने चार पारियों में 147, 8, 269, और 161 रन बनाए. ओवेस शाह ने इसके साथ ही उपकप्तान ऋषभ पंत की भी तारीफ की. हेडिंग्ले में सीरीज के पहले टेस्ट की दोनों पारियों में पंत ने सेंचुरी लगाई थी. चार पारियों में उन्होंने 134, 118, 25 और 65 रन बनाए थे.
टॉकस्पोर्ट्स के यूट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा, ‘वह (विराट) एक कमाल का खिलाड़ी है. एक कमाल की प्रतिभा. सीरीज शुरू होन से पहले कई लोगों ने कहा, आपको पता है, विराट कोहली, जो आसानी से दुनिया के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल हैं, की कमी भारतीय टीम को खलेगी. लेकिन अब मैं आपको बताऊं कोई भी कोहली की बात नहीं कर रहा है. दुर्भाग्य से. मेरा मतलब है कि मैं उन्हें बल्लेबाजी करते देखना काफी पसंद करता हूं लेकिन भारत की इस बल्लेबाजी ने आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभाली है और आपको इस बात का सम्मान करना चाहिए और कहना चाहिए- आपने बहुत अच्छा किया.’
गिल पर उन्होंने कहा, ‘उन्होंने सभी कसौटियों पर खरे उतरे. मेरे कहने का अर्थ है उन्होंने धमाल मचा दिया. मेरे कहने का अर्थ है उन्होंने कितने रन बनाए. वह टेस्ट सीरीज में अभी तक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. वह रफ्तार और सीम के आगे कभी भी संघर्ष करते हुए नहीं दिखे. हां, गेंद को सीम से बिलकुल मदद नहीं मिल रही है. लेकिन वह वाकई कमाल के हैं. और बतौर कप्तान अपने पहले ही टेस्ट मैच में ऐसा करना, इंग्लैंड में पहली बार. आपको इसका सम्मान करना चाहिए.’