ENG vs IND: दिनेश कार्तिक ने इंग्लैंड को दिया कमाल का आइडिया, गिल ऐंड कंपनी की बढ़ेगी टेंशन
नई दिल्ली: इंग्लैंड और भारत के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट गुरुवार, 10 जुलाई से लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा. बर्मिंगम में टेस्ट जीतकर टीम इंडिया के हौसले बुलंद हैं. और इंग्लैंड की टीम के सामने कई परेशानियां और सवाल हैं. लेकिन भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इंग्लैंड को…
नई दिल्ली: इंग्लैंड और भारत के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट गुरुवार, 10 जुलाई से लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा. बर्मिंगम में टेस्ट जीतकर टीम इंडिया के हौसले बुलंद हैं. और इंग्लैंड की टीम के सामने कई परेशानियां और सवाल हैं. लेकिन भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इंग्लैंड को इस मौके पर अहम सलाह दी है. कार्तिक ने कहा है कि इंग्लैंड को बल्लेबाजी क्रम में तीसरे स्थान पर ओली पोप की जगह जैकब बेथेल को मौका देना चाहिए.
कार्तिक ने कहा कि जैकब बेथेल इंग्लैंड के भविष्य के बड़े स्टार हैं, उन पर टीम को ध्यान देना चाहिए.
स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट लाइव पर कार्तिक ने कहा कि बेथेल एक बहुमुखी प्रतिभा वाले बल्लेबाज हैं. उनके खेल में परिपक्तवता है. वह टॉप ऑर्डर में इंग्लैंड के लिए लंबे वक्त तक कारगर साबित हो सकते हैं.
कार्तिक ने कहा, ‘मैं थोड़ा पक्षपाती हूं. 3 नंबर पर बल्लेबाजी के लिए ओली पोप की जगह बेथेल को चुनूंगा.’
जैकब बेथेल आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हैं, दिनेश कार्तिक इस टीम के बल्लेबाजी कोच और मेंटॉर हैं. इस लिहाज से वह बेथल की प्रतिभा को अच्छी तरह से समझते हैं.
उन्होंने कहा कि बेथेल किसी भी नंबर पर बैटिंग कर सकते हैं. और इसी खूबी के चलते उन्हें आरसीबी का हिस्सा बनाया गया था. एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में कमेंट्री कर रहे कार्तिक ने कहा कि बेथेल खेल के प्रति समर्पित हैं, सीखना चाहते हैं, बेस्ट बनना चाहते हैं. उनकी सबसे बड़ी अच्छाई यही है. अगर किसी का लक्ष्य श्रेष्ठ बनना है, तो फिर वह गलत नहीं हो सकता है.
21 साल के जैकब बेथेल इंग्लैंड की तरफ से 3 टेस्ट खेल चुके हैं. 52 की औसत से उन्होंने 260 रन बनाए हैं. बेथेल का नाम इंग्लैंड के उन खिलाड़ियों में लिया जाता है, जो भविष्य में तीनों फॉर्मेट में बेहद अहम साबित होने वाले हैं.
ओली पोप एक बढ़िया बल्लेबाज हैं. हेंडिग्ले में खेले गए सीरीज के पहले मैच की पहली पारी में उन्होंने शतक लगाया था. लेकिन, इसके बाद की तीनों पारियों में वह फ्लॉप रहे. दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की 336 रन की हार में पोप की असफलता एक बड़ा कारण रही.