शॉन मार्श ने लिया क्रिकेट से संन्यास, जाते-जाते कही इमोशनल बात
शॉन मार्श ने अपने प्रफेशनल क्रिकेट से संन्यास (Shaun Marsh Retirement) लेने का ऐलान कर दिया है. बिग बैश लीग में मेलबर्न रेनेगेड्स के लिए खेलते हुए सिडनी थंडर्स के खिलाफ मुकाबला उनका आखिरी मुकाबला होगा. 40 साल के मार्श ने अपने साथी खिलाड़ी आरोन फिंच के कदमों पर चलते हुए अपने करियर की समाप्ति…
शॉन मार्श ने अपने प्रफेशनल क्रिकेट से संन्यास (Shaun Marsh Retirement) लेने का ऐलान कर दिया है. बिग बैश लीग में मेलबर्न रेनेगेड्स के लिए खेलते हुए सिडनी थंडर्स के खिलाफ मुकाबला उनका आखिरी मुकाबला होगा.
40 साल के मार्श ने अपने साथी खिलाड़ी आरोन फिंच के कदमों पर चलते हुए अपने करियर की समाप्ति का ऐलान किया है. बीते सीजन में उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी फर्स्ट-क्लास मैच खेला था.
बिग बैश लीग में उन्होंने चोट के चलते देर से अपने करियर का आगाज किया था. मार्श इस साल अच्छी फॉर्म में नजर आ रहे थे. उन्होंने 138.16 के स्ट्राइक रेट से 181 रन बनाए थे. उनका बल्लेबाजी औसत 45.25 का रहा है. उन्होंने रेनेगेड्स के लिए इस सीजन मे सिर्फ पांच मैच खेले और तीन हाफ सेंचुरी लगाईं. इसमें फिंच के आखिरी मैच में 49 गेंद पर खेली गई 64 रन की पारी भी शामिल है.
मार्श ने कहा, ‘रेनेगेड्स के लिए खेलकर मुझे बहुत खुशी हुई. बीते पांच सीजन में मुझे कई अच्छे लोग मिले. और यह दोस्ती उम्र भर कायम रहेगी. यह टीम बहुत अच्छी है. ये मेरे साथ शानदार रहे. बेहतरीन साथी खिलाड़ी और उससे भी अच्छे दोस्त.’
Shaun Marsh ने Retirement के ऐलान के साथ आगे कहा, ‘हमारे सदस्य और फैंस बहुत ज्यादा जुनूनी हैं और मैं इस सफर में उनके सपॉर्ट के लिए शुक्रगुजार हूं. वे हमारे साथ रहे. इस टीम में बहुत टैलेंट है और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि वे इस टीम को दोबारा चोटी पर पहुंचाएंगे.’
मार्श ने आगे कहा, ‘रेनेगेड्स के सभी कोच, स्टाफ और पर्दे के पीछे से काम करने वाले सभी लोग- मेरा शुरुआत से और करियर के आखिरी पड़ाव में साथ देने के लिए शुक्रिया. इससे मैदान पर मेरा काम बहुत आसान हो गया.’
मार्श 2019-2020 में रेनेगेड्स की टीम में शामिल हुए थे. इससे पहले वह पर्थ स्क्रॉचर्स की टीम का हिस्सा थे जहां उन्होंने उस टीम की कामयाबी में अहम किरदार निभाया था. मार्श ने उनके लिए 40 मैच खेले थे.
उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी कामयाबी का काफी श्रेय स्क्रॉचर्स को देता हूं. मेरे पास पर्थ में खेलने की कुछ यादें हैं और मैंने वहां अपने समय का पूरा आनंद उठाया. वहां लगातार दो खिताब जीतना क्रिकेट के मैदान पर मेरे लिए सबसे यादगार लम्हों में शामिल रहा.’