विराट कोहली को बेतुकी हरकतें छोड़नी होंगी, इंग्लैंड दौरे से पहले ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज की सलाह
विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कॉन्सटस के बीच हुई गर्मागर्मी खूब चर्चा में रही थी. चैपल का कहना है कि कोहली को इस तरह की हरकतें छोड़नी होंगी.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज इयान चैपल ने विराट कोहली पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इंग्लैंड दौरे पर कोहली का अनुभव भारतीय टीम के बहुत काम आएगा. लेकिन इस भारतीय क्रिकेटर को अपने बेतुकी हरकतें छोड़नी होंगी. ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ बातचीत में चैपल ने विराट कोहली में पूरा भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि कुछ ही समय में विराट कोहली अपना फॉर्म हासिल कर लेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भारत का यह स्टार बल्लेबाज एक ही शर्त पर अपनी फॉर्म हासिल कर सकते हैं कि अगर वह अपने प्रदर्शन में निरतंरता रखें.
कोहली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. पर्थ में खेले गए सीरीज के पहले मैच को छोड़ दें, जिसकी दूसरी पारी में उन्होंने सेंचुरी लगाई थी. लेकिन इसके अलावा वह किसी अन्य पारी में कुछ खास नहीं कर पाए. पांच पारियों में वह सिर्फ 190 रन ही बना सके.
क्रिकइंफो के अपने कॉलम में चैपल ने लिखा कि अगर कोहली रिटायर होने का फैसला करते हैं तो यह भारतीय क्रिकेट का बहुत बड़ा नुकसान होगा. और इंग्लैंड के अहम दौरे से पहले एक बहुत बड़ा रिक्त स्थान आ जाएगा.
उन्होंने लिखा, ‘कोहली का अनुभव यूके में बहुत महत्वपूर्ण होगा. और वह उन दो खिलाड़ियों, जो समस्याओं से जूझ रहे हैं, अपना फॉर्म दोबारा हासिल कर सकते हैं. हालांकि युवाओं को सलाह देने के साथ-साथ उन्हें अपने प्रदर्शन में निरंतरता भी लानी होगी. इसके साथ ही उन्हें बेतुकी हरकतें, जैसे कि सैम कॉन्स्टस को कंधा मारना बंद करना होगा. अगर कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेते हैं तो उनका और रोहित का जाना इस मुश्किल दौरे से पहले भारतीय बल्लेबाजी क्रम के लिए मुश्किलें बढ़ा देगा.’
चैपल ने आगे कहा, ‘भारत के लिए दो सबसे बड़ी चुनौतियां टॉप ऑर्डर की बल्लेबाजी और सिलेक्टर्स के लिए रोहित और विराट कोहली को लेकर फैसला लेना है. रोहित जल्द ही 38 साल के होने वाले हैं और इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में उनके सामने बड़ी चुनौतियां होंगी. हालांकि भारत स्टार खिलाड़ियों से अलग न होने में बहुत ज्यादा जिद दिखाता है. हालिया वक्त में रोहित शर्मा तकनीकी रूप से भी संघर्ष करते रहे हैं. और उनकी अनुपस्थिति ओपनिंग पोजिशन और कप्तानी को लेकर अनिश्चितता पैदा करेगी.’