अप्रैल में ही..., कोहली के रिटायरमेंट पर सामने आया नया ऐंगल- रिपोर्ट में किया दावा
विराट कोहली की रिटायरमेंट के बाद से तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. और इसी में एक खबर यह भी है कि कोहली ने बोर्ड को अप्रैल में ही बता दिया था कि वह संन्यास लेना चाहते हैं.
विराट कोहली ने जब से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है, तब से तमाम तरह की अटकलें चल रही हैं. कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि बीसीसीआई के एक नियम की वजह से भी कोहली ने यह फैसला किया. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में ही चीफ सिलेक्टर अजित अगरकर और भारतीय क्रिकेट के एक ताकतवर प्रशासक को विराट कोहली का एक संदेश मिला कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं लेकिन वनडे क्रिकेट में खेलते रहना चाहते हैं. विराट के इस फैसले के पीछे बड़ी वजह परिवार के साथ ज्यादा वक्त बिताने की इच्छा को बताया गया.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर आगे कहती है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इस तरह के फैसले के लिए तैयार नहीं था. खास तौर पर जब इंग्लैंड का पांच टेस्ट मैचों का दौरा इतने करीब हो. बोर्ड और अगरकर, ने कोहली से कहा कि वह जल्दबाजी में कोई फैसला न लें. और इस पर और विचार करें. हालांकि, इस स्टार बल्लेबाज ने अपना मन बना लिया था. और भारतीय क्रिकेट के बड़े अधिकारियों को यह समझ आ गया कि वह भारत के इस स्टार बल्लेबाज को अपना फैसला बदलने से रोक नहीं सकते.
सात मई को कोहली ने कोहली ने बीसीसीआई के बड़े अधिकारियों से बात की और कहा कि वह सोशल मीडिया पर संन्यास का ऐलान करना चाहते हैं. हालांकि उस वक्त भी कोहली को सलाह दी गई कि वह इस फैसले को सार्वजनिक करने से पहले थोड़े दिन का इंतजार करें. क्योंकि उस वक्त तक पाकिस्तान के साथ ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में आगे कहा गया कि सीजफायर के बाद कोहली ने बीसीसीआई के बड़े अधिकारियों और सिलेक्टर्स से कहा दिया कि वह अपने फैसले को सार्वजनिक कर रहे हैं और सोमवार को उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया.
यह वही अखबार है जिसने सबसे पहले यह खबर दी थी कि कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का मन बना चुके हैं और उन्हें बोर्ड द्वारा उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है.
कोहली के रिटायरमेंट की खबर कई लोगों को हैरान करने वाली लग सकती है लेकिन खबर की मानें तो कोहली अपने परिवार के साथ और वक्त बिताना चाहते थे.
कोहली ने अपने दूसरे बच्चे के जन्म के वक्त इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भाग नहीं लिया था. दिसंबर 2023 में साउथ अफ्रीका दौरे से पहले वह इंग्लैंड चले गए थे. तब परिवार में कोई मेडिकल इमरजेंसी थी.
भारत ने जब 2024 का टी20 वर्ल्ड कप जीता तो कोहली कैरेबियन देश से स्पेशल फ्लाइट से पहुंचे और मुंबई में सेलिब्रेशन का हिस्सा बने. वह बस राइड पर रहे. इसके बाद उसी रात को वह इंग्लैंड रवाना हो गए.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1-3 से हार के बाद बीसीसीआई ने नया फैसला दिया था कि लंबे दौरों पर प्लेयर्स अपने परिवार को 14 दिनों से ज्यादा साथ नहीं रख सकते. खबर कहती है कि पूर्व भारतीय कप्तान को यह फैसला ज्यादा रास नहीं आया.
कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के इनोवेशन लैब समिट पर कहा था, ‘लोगों को परिवार की भूमिका के बारे में बताना बहुत कठिन है. कैसे जब बाहर कुछ होता था या बहुत कुछ तनावपूर्ण होता तब आप परिवार के पास आ सकते हैं. मझे नहीं लगता कि लोग समझते हैं कि इससे क्या फायदा होता है.’
विराट ने यह भी कहा था, ‘मैं नहीं चाहता कि मैं अपने कमरे में अकेला बैठकर रोता रहूं. मैं सामान्य रहना चाहता हूं. तभी आप अपने खेल को एक जिम्मेदारी के तौर पर देख सकते हैं. आप अपना काम करें, अपनी प्रतिबद्धता निभाएं और फिर घर वापस लौटकर अपने परिवार के साथ सामान्य जीवन बिताएं. और सामान्य पारिवारिक जीवन चलता रहे.’
कोहली ने कहा था, ‘तो, अभी तक मेरे लिए जिस दिन बहुत तनाव हो. तो जब भी मुझे वक्त मिले मैं अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका नहीं छोड़ूंगा.’