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वीरेंद्र सहवाग बोले, खेल संघों के बीच मसले में खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाना गलत

बीसीसीआई ने आईसीएल में खेलने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया था, सहवाग इस निर्णय से इत्‍तेफाक नहीं रखते।

user-circle cricketcountry.com Written by Press Trust of India
Published: Apr 10, 2019, 04:24 PM (IST)
Edited: Apr 10, 2019, 04:29 PM (IST)

अपने जमाने के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने खेल संघों की मान्यता और गैरमान्यता को मसला बनाकर खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने के चलन का कड़ा विरोध करते हुए उम्मीद जताई कि खेल मंत्रालय, भारतीय ओलंपिक संघ और राष्ट्रीय खेल संघ भविष्य में इस मामले में सकारात्मक रवैया अपनाएंगे।

सहवाग ने आज दिल्‍ली में इंडो इंटरनेशनल प्रीमियर कबड्डी लीग (आईपीकेएल) का लोगो जारी किया जिसका पहला चरण 13 मई से शुरू होगा। इस लीग को भारतीय ओलंपिक संघ और राष्ट्रीय संस्था से मान्यता हासिल नहीं है। ऐसे में इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर संशय बना हुआ है।

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लेकिन सहवाग ने खिलाड़ी को हर नयी लीग में खेलने का मौका देने की वकालत करते हुए इस संदर्भ में 2007 में बीसीसीआई के इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) में खेल रहे खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने के फैसले को भी गलत करार दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों पर प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए। उन्हें हर लीग में खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए। बाकी जिसे भी खेल मंत्रालय मान्यता देगा वह भारतीय टीम का चयन करेगा लेकिन आपको किसी भी तरह की घरेलू लीग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी का ही चयन करना चाहिए। किसी खिलाड़ी को प्रतिबंधित करने से उस खिलाड़ी और देश को नुकसान होगा।’’

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सहवाग से पूछा गया कि क्या बीसीसीआई ने आईसीएल में खेल रहे खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाकर गलत किया था, उन्होंने कहा, ‘‘वह गलत था लेकिन उसे बाद में हटा दिया गया था लेकिन वैसा नहीं होना चाहिए था।’’

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आईपीकेएल में खेल रहे खिलाड़ियों को नीलामी राशि के अलावा राजस्व का 20 प्रतिशत शेयर भी मिलेगा और सहवाग ने प्रत्येक खेल में इस तरह की व्यवस्था करने का समर्थन किया।