महेंद्र सिंह धोनी तो..., सहवाग ने BCCI पर लगाए 'आरोप', युवा खिलाड़ी का दिया साथ

क्या बीसीसीआई खिलाड़ियों के साथ व्यवहार करने में पक्षपात करता है. वीरेंद्र सहवाग ने बोर्ड पर ऐसा आरोप लगाया है. सहवाग ने अपनी बात में महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली का जिक्र किया है. बिंदास वीरेंद्र सहवाग वीरेंद्र सहवाग के खेलने का अंदाज बिंदास था. लापरवाह नहीं बेपरवाह. और खेल के मैदान से रिटारमेंट…

By Bharat Malhotra Last Updated on - May 29, 2025 12:30 PM IST

क्या बीसीसीआई खिलाड़ियों के साथ व्यवहार करने में पक्षपात करता है. वीरेंद्र सहवाग ने बोर्ड पर ऐसा आरोप लगाया है. सहवाग ने अपनी बात में महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली का जिक्र किया है.

बिंदास वीरेंद्र सहवाग

वीरेंद्र सहवाग के खेलने का अंदाज बिंदास था. लापरवाह नहीं बेपरवाह. और खेल के मैदान से रिटारमेंट के बरसों बाद भी उनका यह अंदाज कायम है. और अब यह उनकी कॉमेंट्री में नजर आता है.

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बोर्ड पर सहवाग ने लगाया ऐसा आरोप

पूर्व भारतीय ओपनर ने अब बीसीसीआई पर आरोप लगाया है कि इंडियन प्रीमियर लीग में वह अलग खिलाड़ियों के साथ अलग तरीके का व्यवहार करता है. सहवाग का कहना है कि जब कोड ऑफ कंडक्ट के जरिए खिलाड़ियों को सजा देने की बात आती है बीसीसीआई का रवैया खिलाड़ियों के हिसाब से बदल जाता है.

राठी के बैन पर बोल रहे थे वीरेंद्र सहवाग

सहवाग का यह आकलन लखनऊ सुपर जायंट्स के लेग स्पिनर दिग्वेश राठी को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले के बाद एक मैच के लिए सस्पेंड करने के संदर्भ में बातचीत के दौरान का है. इस मैच में अभिषेक पर जुर्माना लगाया गया था और साथ ही उन्हें डीमैरिट अंक भी दिए गए थे.

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सहवाग ने कहा राठी को मिली सजा कड़ी थी

सहवाग ने खुलकर कहा कि दिग्वेश पर लगा जुर्माना ज्यादा कड़ी सजा थी. उन्होंने आईपीएल में कई पूर्व ऐसे उदाहरणों की बात कही जिनमें महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे बड़े नाम शामिल थे, लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें कभी सस्पेंड नहीं किया.

(Image credit- IPL/BCCI X)

'राठी का पहला आईपीएल, थोड़ी नरमी बरती जा सकती थी'

सहवाग ने क्रिकबज के साथ बातचीत में कहा, 'मुझे लगता है कि वह बैन ज्यादा कड़ी सजा थी. यह लड़का अपना पहला आईपीएल खेल रहा है. महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर पहुंच गए थे, उन्हें बैन नहीं किया गया. विराट कोहली ने अंपायर्स के साथ किस लहजे में बात की थी, कौन जानता है कितनी बार उन्होंने ऐसा किया. तो, दिग्वेश को भी छोड़ा जा सकता था, क्योंकि वह एक युवा खिलाड़ी है. अभी-अभी वह इतनी बड़ी लीग में खेल रहा है. इसे छोड़ा जा सकता था.'

An irate MS Dhoni intervened after umpire Ulhas Gandhe (R) reversed his no-ball call. (BCCI Image)

मैदान पर उतर आए थे धोनी

साल 2019 में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मुकाबले में सीएसके की बैटिंग के दौरान महेंद्र सिंह धोनी मैदानी अंपायरों से बहस करने के लिए मैदान पर उतर आए थे. चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया था. कोहली भी अपने 18 साले के आईपीएल करियर के दौरान कई बार अंपायर्स के साथ बहस में शामिल रहे हैं लेकिन उन्हें भी कभी सस्पेंड नहीं किया गया.

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एक बात भूल गए सहवाग

वीरेंद्र सहवाग ने जो उदाहरण सही लगते हैं लेकिन वह एक अहम बात भूल गए. सहवाग ने शायद इस बात पर गौर नहीं किया किया कि वह दिग्वेश राठी की पहली गलती नहीं थी. अपनी नोटबुक सेलिब्रेशन की वजह से उन पर पहले भी लेवल 1 की गलती के तीन डिमैरिट अंक थे. अभिषेक शर्मा के साथ उनकी बहस सीजन की उनकी तीसरी गलती थी. इससे उनके कुल डिमैरिट अंक सीजन में पांच हो गए थे. और इसी वजह से उन्हें बैन किया गया था.