ENG vs IND: गौतम गंभीर ने करुण नायर के लिए कही ऐसी बात भावुक हो गया क्रिकेटर
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने टीम इंडिया में सात साल बाद वापसी करने वाले बल्लेबाज करुण नायर की खूब तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि वापसी करना आसान नहीं होता.
Karun-Nair
करुण नायर लंबे वक्त बाद भारतीय टीम में आए हैं. और इस बात की टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने दिल खोलकर तारीफ की है.
गौतम गंभीर ने किया रोहित, विराट और अश्विन को याद
भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अपनी टीम से अपने ‘कम्फर्ट जोन’ (सहज स्थिति) से बाहर निकलने और संन्यास ले चुके स्टार खिलाड़ियों विराट कोहली, रोहित शर्मा तथा आर अश्विन की गैर-मौजूदगी में इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज को ‘यादगार’ बनाने को कहा. गंभीर ने खास तौर पर सात साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले बल्लेबाज करुण नायर की तारीफ की.
भारत 2007 के बाद इंग्लैंड में अपनी पहली सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगा. दोनों टीम के बीच पांच मैच की टेस्ट सीरीज 20 जून को लीड्स में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी.
गंभीर ने कहा, वापसी करना आसान नहीं.
बीसीसीआई.टीवी से बात करते हुए गंभीर ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में वापसी करने वाले नायर के लिए बहुत अच्छी बातें कीं. भारतीय कोच ने कहा, ‘वापसी कभी आसान नहीं होती, जिसने सात साल बाद वापसी की हो, उसका पिछला साल शानदार रहा.’
करुण नायर का स्वागत है...
उन्होंने कहा, ‘आपने जितने रन बनाए हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात कभी हार ना मानने का जज्बा है जिसने आपको टीम में वापस ला दिया है और यह इस समूह में सभी के लिए प्रेरणादायक है. करुण नायर का स्वागत है.’
करुण नायर ने भी दिल की बात कही
नायर ने कहा कि वह भारत के लिए खेलने का दूसरा मौका मिलने पर ‘आभारी’ हैं. उन्होंने कहा, ‘इस अवसर फिर से मिलने के लिए आभारी हूं. मैं इस अवसर का पूरा फायदा उठाने के लिए उत्सुक हूं. मुझे यकीन है कि एक बार जब मैं मैदान पर उतरूंगा तो मेरे अंदर बहुत सारी भावनाएं होंगी लेकिन अभी मैं उन्हें व्यक्त नहीं कर सकता.’
शुभमन गिल ने भी कही दिल की बात
भारतीय टीमके के कप्तान शुभमन गिल ने अपने साथियों से खुद को थोड़ा दबाव में रखने का आग्रह किया जिससे कि श्रृंखला शुरू होने पर वे परिस्थितियों से प्रभावित नहीं हों. गिल ने कहा, ‘आइए प्रत्येक नेट सेशन को सार्थक बनाएं. आइए खुद को थोड़ा दबाव में रखें. जब हम मैदान पर उतरते हैं तो इसका मतलब सिर्फ मैदान पर जाकर टिके रहना नहीं होता, आइए हम अपने खेल का पता लगाएं, जब हम पर दबाव डाला जाएगा तो हम कैसे खेलेंगे - चाहे वह गेंदबाज हो या बल्लेबाज.’