विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए खुशखबरी, बीसीसीआई ने किया बड़ा ऐलान
विराट कोहली और रोहित शर्मा और उनके फैंस बीसीसीआई का यह फैसला सुनकर खुश हो जाएंगे. रोहित और विराट ने बीते एक सप्ताह के भीतर ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इससे पहले पिछले साल उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप के बाद उस फॉर्मेट से भी संन्यास ले लिया था. उसके बाद एक सवाल उठने…
Rohit sharma Virat Kohli
विराट कोहली और रोहित शर्मा और उनके फैंस बीसीसीआई का यह फैसला सुनकर खुश हो जाएंगे. रोहित और विराट ने बीते एक सप्ताह के भीतर ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इससे पहले पिछले साल उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप के बाद उस फॉर्मेट से भी संन्यास ले लिया था. उसके बाद एक सवाल उठने लगा था…
कितने वनडे खेलने हैं भारत को
अब वे दोनों सिर्फ वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में ही खेलेंगे. भारत को 2027 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले तक कुल 27 वनडे मैच खेलने हैं. इसमें से भी बांग्लादेश जाना अभी तय नहीं हैं तो तीन वनडे तो अभी संशय में हैं.
BCCI लेगा बड़ा फैसला?
यानी इन दोनों स्टार खिलाड़ियों के पास ज्यादा वक्त नहीं हैं. अब सवाल यह उठने लगा कि क्या बीसीसीआई इन खिलाड़ियों को एक और झटका दे सकती है. यानी रिटायरमेंट के बाद क्या उनके सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में भी कटौती की जा सकती है.
कौन-कौन है ए कैटगिरी में
विराट, रोहित, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ही ऐसा चार खिलाड़ी हैं जिन्हें बीसीसीआई ने ए प्लस यानी सबसे आला कैटगिरी में रखा था. लेकिन चूंकि रोहित और विराट अब सिर्फ एक ही फॉर्मेट खेलेंगे तो यह सवाल उठा कि क्या बोर्ड इन्हें यहां झटका दे सकता है.
टॉप कैटगिरी में बने रहेंगे विराट और रोहित
सकैया ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि भले ही इन दोनों ने दो फॉर्मेट छोड़ दिए हों लेकिन वे बोर्ड की इस चोटी की कैटगिरी में बने रहेंगें. इस कैटिगरी में आमतौर पर तीनों फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ी ही रहते हैं.
कौन-कौन सी होती है कैटगिरी
बीसीसीआई खिलाड़ियों को सालाना चार कैटिगरी में बांटकर अनुबंध देती है. ए प्लस, ए, बी और सी. इन चारों में ए प्लस को सबसे ऊपर की श्रेणी माना जाता है.
किस ग्रेड में खिलाड़ी को कितनी फीस
ए प्लस में शामिल खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से हर साल 7 करोड़ रुपये दिए जाते हैं. वहीं ए कैटिगिरी में पांच करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं. बी कैटिगिरी में शामिल खिलाड़ियों को तीन करोड़ सालाना और सी कैटिगरी में एक करोड़ रुपये साल के मिलते हैं. ये रुपये खिलाड़ियों को मैच फीस और आईपीएल में मिलने वाले पैसों से इतर होते हैं. बोर्ड हर साल खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें किसी कैटिगिरी में रखता है.