IPL Playoffs: 3 बाहर, 2 पर लटकी तलवार, 5 हैं मजबूत दावेदार- प्लेऑफ का पूरा गणित समझिए
आईपीएल 2025 के लीग स्टेज में अभी 13 मैच बचे हैं. लेकिन सात टीमें अभी भी प्लेऑफ की रेस में हैं. हालांकि बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स से मिली हार ने कोलकाता नाइट राइडर्स की प्लेऑफ की रेस मुश्किल कर दी है. लेकिन वह अब भी रेस से पूरी तरह से बाहर नहीं हैं. एक…
IPL Playoffs
आईपीएल 2025 के लीग स्टेज में अभी 13 मैच बचे हैं. लेकिन सात टीमें अभी भी प्लेऑफ की रेस में हैं. हालांकि बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स से मिली हार ने कोलकाता नाइट राइडर्स की प्लेऑफ की रेस मुश्किल कर दी है. लेकिन वह अब भी रेस से पूरी तरह से बाहर नहीं हैं. एक नजर में देखते हैं कि कैसे अभी भी अंतिम चार में पहुंचने के लिए सात टीमें दावेदार हैं.
लखनऊ सुपर जायंट्स
लखनऊ सुपर जायंट्स के अंतिम 4 में पहुंच पाना बहुत मुश्किल है. लेकिन अगर-मगर में उसका पेंच फंसा हुआ है. उसने 11 मैचों में सिर्फ 10 अंक हासिल किए हैं. उसका नेट रनरेट -0.469 है. लखनऊ को अभी तीन मैच खेलने हैं. उसे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, गुजरात टाइटंस और सनराइजर्स हैदराबाद से खेलना है. गुजरात को छोड़कर बाकी दोनों मैच घर पर ही खेलने हैं.
लखनऊ की टीम लय हासिल नहीं कर पाई है. टीम तीन मैच लगातार हारी है. और तो और और पिछले पांच में से वह चार मैच हारी है. लखनऊ की टीम अगले तीनों मैच जीत कर 16 अंकों तक पहुंचना चाहेगी. और फिर उम्मीद करेगी कि चोटी पर चल रही टीमें अपनी लय खो दें. अगर वह एक मैच भी हारती है तो वह प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी. उसका रनरेट भी -0.469 का है जो वाकई बहुत खराब है.
कोलकाता नाइट राइडर्स
कोलकाता नाइट राइडर्स ने 12 मैच खेले हैं और उसके 11 अंक हैं. कोलकाता का नेट रन रेट 0.193 है. और उसके दो मैच सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ बचे हैं. दोनों ही मैच उसे विपक्षी टीम के मैदान पर खेलने हैं.
बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स, जो खुद प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है, ने कोलकाता नाइट राइडर्स को रोमांचक मैच में दो विकेट से हरा दिया. इस हार के बाद कोलकाता का प्लेऑफ में पहुंचना बहुत मुश्किल हो गया है. वह एलिमिनेट होने की कगार पर है. कोलकाता के सिर्फ दो मैच बचे हैं. और वह अधिकतम 15 अंकों तक जा सकती है. दो टीमें ऐसी हैं जिनके 15 से ज्यादा अंक हैं. वहीं पंजाब किंग्स के तीन मैच बचे हैं और वह भी 15 अंक पर है.
अब केकेआर कैसे इन तीनों टीमों से आगे निकल सकती है. उसके लिए कोलकाता नाइट राइडर्स को उम्मीद करनी होगी कि मुंबई इंडियंस अपने दोनों मैच हार जाए और 14 पर ही रह जाए. अब चूंकि मुंबई का एक मैच दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ है जिसके 13 अंक हैं, तो इससे दिल्ली की टीम तो 15 पर पर पहुंच जाएगी. और फिर चौथे स्थान के लिए कोलकाता और दिल्ली कैपिटल्स में रनरेट का मुकाबला होगा.
वहीं अगर पंजाब अपने तीनों मैच हार जाए तो मुंबई के 15 से ज्यादा अंक हो जाएंगे और दिल्ली, पंजाब और कोलकाता, तीनों के 15-15 अंक होंगे. और फिर लड़ाई चौथे स्थान की होगी.
गुजरात टाइटंस
गुजरात टाइटंस के लिए प्लेऑफ की जगह बहुत मुश्किल नहीं लग रही है. टीम ने 11 मैचों 16 अंक हासिल किए हैं. और उसका रनरेट 0.793 का है. गुजरात के तीन मैच बचे हैं. दिल्ली कैपिटल्स, लखनऊ सुपर जायंट्स और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ. दिल्ली को छोड़कर बाकी दोनों मैच उसे अपने मैदान पर खेलने हैं.
गुजरात ने मुंबई इंडियंस को आखिरी गेंद पर हराकर प्लेऑफ के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है. अब वह उस जगह को पक्का करने से सिर्फ और सिर्फ एक जीत दूर है. उसके 18 अंक हो जाएंगे. और उसका टॉप 4 में पहुंचना पक्का हो जाएगा. हालांकि, अगर वह अपने तीनों मैच हार जाती है तो फिर वह बाहर भी हो सकती है. क्योंकि अभी के हालात देखते हुए तीन टीमें उससे आगे निकलकर 17 अंकों तक पहुंच सकती है. गुजरात के लिए अच्छी बात यह है कि उसके आखिरी दो मैच अपने मैदान पर है जहां उसने चार मैच जीते हैं और सिर्फ एक हारा है.
मुंबई इंडियंस
मुंबई इंडियंस ने 12 मैचों में 14 अंक हासिल किए हैं. मुंबई के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि उसका नेट रनरेट कमाल का है. मुंबई का रनरेट 1.156 है. और उसके दो मैच बचे हैं. दोनों मैच प्लेऑप में जगह बनाने के लिए बेताब पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हैं.
गुजरात टाइटंस के करीबी हार के बाद भी मुंबई इंडियंस अभी प्लेऑफ की रेस से बाहर नहीं है. और तो और उसे प्लेऑफ में पहुंचने के लिए दूसरी टीमों के नतीजों पर निर्भर होने की जरूरत भी नहीं है. मुंबई अभी खुद अपने दम पर अंतिम चार में पहुंच सकती है. अगर वह अपने दोनों मैच जीत जाती है तो फिर अंतिम चार में उसकी जगह पक्की हो जाएगी. लेकिन अगर वह सिर्फ एक मैच जीतती है और उसके 16 अंक होते हैं तो अंतिम चार में पहुंचने के लिए उसे दूसरों पर निर्भर रहना होगा. और अगर मामला आकर रनरेट पर फंसेगा तो वहां तो मुबई का दावा बहुत मजबूत है.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने 11 मैचों में 16 अंक हासिल किए हैं. उसका रनरेट 0.482 है. आरसीबी के तीन मैच लखनऊ सुपर जायंट्स, सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स हैं. लखनऊ के अलावा बाकी दोनों मैच उसके अपने मैदान पर हैं.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम अब प्लेऑफ के बहुत करीब है. सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स का मैच धुलने से उसे फायदा हुआ. और साथ ही मुंबई इंडियंस की हार ने यह पक्का कर दिया कि अब सिर्फ चार टीमें ही 18 अंक तक पहुंच सकती हैं. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु तीनों मैच हारने के बाद भी प्लेऑफ के जगह बना सकती है. लेकिन यहां उसका भाग्य दूसरी टीमों के हाथों में होगा. हालांकि सिर्फ दो मैच जीतकर वह टॉप 2 में पक्की नहीं हो पाएगी क्योंकि फिलहाल तीन टीमें- गुजरात और पंजाब भी शामिल- 20 अंकों तक पहुंच सकती हैं.
दिल्ली कैपिटल्स
दिल्ली कैपिटल्स की टीम के 11 मैचों में 13 अंक हैं. उसका नेट रनरेट 0.362 का है. दिल्ली के तीन मैच बचे हैं. उसे पंजाब किंग्स, गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलना है. गुजरात के अलावा उसके दोनों मैच विपक्षी टीमों के मैदान पर है.
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में किस्मत ने उसका साथ दिया. और उसे एक अंक मिल गया. दिल्ली की टीम ने सात विकेट पर 133 रन ही बनाए थे लेकिन बारिश के चलते सनराइजर्स की टीम को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला. और इतने कम स्कोर पर दिल्ली ने एक अंक हासिल कर लिया. दिल्ली की टीम के लिए अब हर मैच नॉक-आउट की तरह हो गया है. वह 15 और 17 अंकों के साथ भी प्लेऑफ में पहुंच सकती है लेकिन इसके बाद उसे बाकी टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा. हां, अगर वह बाकी तीनों मैच जीत जाती है तो फिर उसकी जगह पक्की हो जाएगी. लेकिन यह का दिल्ली के लिए मुश्किल है.
पंजाब किंग्स
पंजाब किंग्स ने 11 मैच खेले हैं और उसके 15 अंक हैं. पंजाब का नेट रनरेट 0.376 का है. उसके तीन मैच बचे हैं. दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ.
पंजाब की टीम ने 11 मैच खेले हैं और 15 अंक हासिल किए हैं. और इस दौरान उनका नेट रनरेट 0.376 का है. पंजाब का दावा तो यूं बहुत मजबूत है लेकिन अपनी जगह पक्की करने के लिए उसे दो मैच जीतने की जरूरत होगी. तब उसके 19 अंक हो जाएंगे और अंतिम चार में वह पक्की हो जाएगी. हालांकि वह 15 अंकों के साथ भी प्लेऑफ में पहुंच सकती है लेकिन तब मामला बहुत ज्यादा अगर-मगर वाला हो जाएगा. उसे कई टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा. पंजाब के तीन में से दो मैच टॉप 5 की टीमों से है. और ऐसे में पंजाब के लिए ये मैच और अहम हो जाते हैं.