भारत और वेस्टइंडीज के बीच 22 अगस्त से दो मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हो रही है। इस सीरीज के साथ ही टीम इंडिया आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपने अभियान का आगाज करेगी। भारत की टीम ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की धरती पर 2-1 से मात देकर भारत ने इतिहास रचा था।
टेस्ट में नंबर-एक भारत इस फॉर्मेट में बल्लेबाजों की रैंकिंग में पहले स्थान पर मौजूद अपने कप्तान विराट कोहली के साथ वेस्टइंडीज की चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत का कार्यक्रम
भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के बाद अपने घर पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन और बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलने हैं। अगले साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड दौरे पर टीम इंडिया वहां दो टेस्ट मैचों की सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेलेगी। इससे आगे का शेड्यूल अभी जारी नहीं किया गया है।
क्या है वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप ?
वर्ल्ड कप और टी20 वर्ल्ड कप की तर्ज पर ही आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की है। साल 2019 से 2021 के बीच दो साल तक ये चैंपियनशिप चलेगी जिसमें कुल नौ टीमें हिस्सा लेंगी। 12 देशों को टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा प्राप्त है, लेकिन आईसीसी ने टेस्ट दर्जा प्राप्त अफगानिस्तान, आयरलैंड और जिम्बाब्वे को इस चैंपियनशिप से दूर रखा है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत हर टीम को अगले दो साल में कुल छह टेस्ट सीरीज खेलनी हैं। जिसमें तीन सीरीज अपने घर पर और तीन विदेशी जमीन पर खेलना अनिवार्य है। सभी छह सीरीज के बाद मिलें अंकों के आधार पर टॉप दो टीमों के बीच 14 से 20 जून 2021 के बीच लॉर्ड्स के मैदान में चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।
किस आधार पर जोड़े जाएंगे टेस्ट मैच के अंक ?
चैंपियनशिप के दौरान किसी भी दो टीमों के बीच उसी तर्ज पर द्विपक्षीय सीरीज खेली जाएगी जैसे अमूमन खेली जाती है। इन सीरीजों से प्राप्त हुए अंकों को टेस्ट चैंपियनशिप के अंकों में जोड़ा जाएगा। हर सीरीज को 120 अंक दिए गए हैं। अगर किसी द्विपक्षीय सीरीज में कुल दो मैच खेले जाते हैं तो हर मैच के लिए 60 अंक दिए जाएंगी। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में प्रत्येक मैच के लिए 40 अंक दिए जाएंगे।
मैच ड्रॉ होने की स्थिति में क्या होगा ?
अगर मैच टाई हो जाता है तो दोनों टीमों को बराबर अंक दिए जाएंगे। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कुछ ही ऐसे मैच हैं जिसमें मैच टाई पर खत्म हुआ हो। टेस्ट क्रिकेट में मैच ड्रॉ होने की संभावना काफी अधिक होती है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए टेस्ट चैंपियनशिप के मैच में लीड लेने वाली टीम के पक्ष में अंक 3:1 के आधार पर देने की व्यवस्था की गई है।
कब से शुरू हुई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप ?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत वर्ल्ड कप 2019 के ठीक बाद एक अगस्त से शुरू हुई एशेज सीरीज से हो गई है। पांच मैचों की एशेज सीरीज के अबतक दो मैच खेले जा चुके हैं। इसी तरह टेस्ट चैंपियनशिप में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय सीरीज में एक मैच खेला जा चुका है। 22 अगस्त को भारत और वेस्टइंडीज इस चैंपियनशिप में अपना पहला मुकाबला खेलेंगे।
अंक तालिका में कौन किससे आगे ?
अबतक हुए मैचों के आधार पर अंकतालिका पर नजर डाली जाए तो इस वक्त श्रीलंका की टीम 60 अंकों के साथ सबसे आगे है। उसने अपना पहला मुकाबला न्यूजीलैंड से जीत लिया है। ऑस्ट्रेलिया ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड पर जीत दर्ज की थी जबकि लॉर्ड्स में खेला गया दूसरा मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। क्योंकि एशेज सीरीज में कुल पांच मैच खेले जाने हैं, ऐसे में हर एक मैच जीतने वाली टीम को 24 अंक मिलेंगे। 32 अंक के साथ ऑस्ट्रेलिया दूसरे और आठ अंक के साथ इंग्लैंड तीसरे स्थान पर है।
क्या अगले दो साल में होने वाले सभी टेस्ट मैच इस चैंपियनशिप का हिस्सा हैं ?
नहीं, ऐसा नहीं है। जिन द्विपक्षीय सीरीज को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए चिन्हित किया गया है केवल वही इसका हिस्सा हैं। उदाहरण के लिए अक्टूबर-नवंबर में इंग्लैंड के न्यूजीलैंड दौरे पर होने वाली टेस्ट सीरीज इस चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं है। इस सीरीज का शेड्यूल चैंपियनशिप के ऐलान से पहले ही तय हो गया था। जिसके कारण इसे चैंपियनशिप में शामिल नहीं किया गया है।
क्या वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से आईसीसी रैंकिंग पर असर पड़ेगा ?
नहीं। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग सभी 12 टेस्ट क्रिकेट नेशन के बीच सीरीज के आधार पर निर्धारित की जाएगी। टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका अलग से स्वतंत्र रूप से बनाई जा रही है। इसका रैंकिंग से कोई लेना देना नहीं है।