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'पाकिस्तान के खिलाफ मैच में टीम इंडिया को मिलेगी मनोवैज्ञानिक बढ़त'

पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन रविंद्र जडेजा की सीमित ओवर फॉर्मेट में वापसी से खुश हैं।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Published: Sep 22, 2018, 11:27 AM (IST)
Edited: Sep 22, 2018, 11:29 AM (IST)

लीग मैच में पाकिस्तान को 8 विकेट से हराने के बाद भारतीय टीम एक बार फिर अपने चिर प्रतिद्वंदी का सामना करने जा रही है। रविवार को टीम इंडिया सुपर फोर के तीसरे मैच में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी। इस मैच में टीम इंडिया मनोवैज्ञानिक तौर पर पाकिस्तान से आग रहेगी, ऐसा कहना है पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन का।

टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए लिखे कॉलम में पूर्व खिलाड़ी ने कहा, “सुपर फोर में रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में जाने वाली टीम इंडिया के पास मनोवैज्ञानिक बढ़त है, लेकिन सीधे सीधे शब्दों में कहे तो लीग स्टेज में मिली जीत का इस मैच के नतीजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।”

शिवरामकृष्णन ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के वनडे टीम में वापसी से खुश हैं। इस बारे में उन्होंने कहा, “13 महीनों के ब्रेक के बाद जडेजा की सीमित ओवर के फॉर्मेट में वापसी स्वागत करने वाला कदम है। उसने कड़ी प्रतिबद्धता के साथ लड़कर वापसी की है। शानदार गेंदबाजी के साथ जडेजा फील्ड पर अकेले 10-15 रन बचा सकता है और बल्ले के साथ भी वो बाएं हाथ के बल्लेबाज का अच्छा विकल्प है जो लेग स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर के खिलाफ काम आ सकता है।”

पांड्या के टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद टीम इंडिया बांग्लादेश के खिलाफ मैच में दो तेज गेंदबाज और तीन स्पिनर्स के साथ उतरी। लक्ष्मण इसे सही रणनीति मानते हैं। उनका कहा है कि युजवेंद्र चहल दोनों तेज गेंदबाजों भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर पावरप्ले में गेंदबाजी कर सकते हैं, हालांकि वो चहल की गेंदबाजी में कुछ बदलाव चाहते हैं।

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अपने समय के दिग्गज लेग स्पिनर रहे शिवरामकृष्णन ने कहा, “एक चीज जो मैं देखना चाहूंगा वो है चहल की लाइन में हल्का सा बदलाव। दाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अगर वो मिडिल और लेग स्टंप से हटकर ऑफ स्टंप से हल्का बाहर की तरफ गेंद कराएगा तो बेहतर होगा। इससे हाथ से गेंद ना पढ़ पाने पर बल्लेबाज उसकी गुगली समझ नहीं पाएंगे। अगर गेंद ज्यादा स्पिन होगी तो बल्लेबाज बढ़कर ड्राइव खेलने की कोशिश करेगा, जिससे गलतियों की संख्या बढ़ेगी।”