This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
अपनी मर्जी से खेलते हैं, फिर भी जरूरत पड़ने पर...: बेन स्टोक्स पर पूर्व कप्तान का निशाना
लंदन: पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की बल्लेबाजी की खास तौर पर आलोचना की है. एजबेस्टन टेस्ट में भारत के खिलाफ हार के बाद इंग्लैंड और खास तौर पर स्टोक्स आलोचकों के निशाने पर हैं. आर्थटन ने कहा कि बीते कुछ साल में स्टोक्स की बैटिंग में लगातार गिरावट आई...
Written by Bharat Malhotra
Published: Jul 08, 2025, 06:06 PM (IST)
Edited: Jul 08, 2025, 06:06 PM (IST)

लंदन: पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की बल्लेबाजी की खास तौर पर आलोचना की है. एजबेस्टन टेस्ट में भारत के खिलाफ हार के बाद इंग्लैंड और खास तौर पर स्टोक्स आलोचकों के निशाने पर हैं. आर्थटन ने कहा कि बीते कुछ साल में स्टोक्स की बैटिंग में लगातार गिरावट आई है. और ऐसे वक्त में जब टीम आलोचनाओं का सामना कर रही है एक कप्तान के तौर पर उन्हें आगे बढ़कर अगुआई करनी चाहिए.
आथर्टन का मानना है कि कप्तान के रूप में तीन साल के अपने कार्यकाल में भारत के खिलाफ सीरीज स्टोक्स की नेतृत्व क्षमता की सबसे कड़ी परीक्षा है.
स्टोक्स ने अपने 13 शतकों में से आखिरी शतक एशेज के दौरान लॉर्ड्स में लगाया था जिसे दो साल हो चुके हैं. वह गुरुवार से लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए उतरेंगे.
आथर्टन ने ‘द टाइम्स’ के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘लगातार मैच खेलना, कम आराम, भारी हार और खराब निर्णय की उनकी समस्याओं में बल्ले से उनकी फॉर्म ने इजाफा किया है जिसमें उनके पद संभालने के बाद साल दर साल गिरावट देखी गई है.’
इंग्लैंड के लिए 100 से अधिक टेस्ट खेलने वाले इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘एक फॉर्मेट में खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में जो टेस्ट के अलावा ज्यादा क्रिकेट नहीं खेलता है – कभी-कभी अपनी मर्जी से – स्टोक्स उस समय लय और फॉर्म से बाहर हो जाते हैं जब उसे आगे बढ़कर नेतृत्व करने की जरूरत होती है.’
आथर्टन ने यह भी बताया कि भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने स्टोक्स के विपरीत स्पिनरों का सामना आसानी से किया है. उन्होंने कहा, ‘स्टोक्स स्पिन के खिलाफ अस्थिर दिखे हैं जबकि उनके भारतीय समकक्ष ने दबदबा बनाया है. इस सीरीज में गिल की वापसी बहुत अच्छी रही है और एजबेस्टन में जीत उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प से प्रेरित थी.’
आथर्टन ने कहा, ‘इंग्लैंड के पास गिल के स्टंप को निशाना बनाने, गेंद को उनके पैड में मारने की योजना थी लेकिन वह आउट होने की स्थिति में नहीं दिखे. एजबेस्टन के बाद गिल की थकान स्टोक्स की थकान से बिल्कुल अलग होगी.’
जोफ्रा आर्चर और गस एटकिंसन दोनों ने चोटों से उबरने के बाद लाल गेंद का पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन आथर्टन का मानना है कि दोनों को लॉर्ड्स में खेलना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट रूप से तेज गेंदबाजी आक्रमण को तरोताजा करने की जरूरत है. जब 2019 में स्टीव स्मिथ को रोकने के लिए लॉर्ड्स में आर्चर को बुलाया गया था तो यह तेज गेंदबाज टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने के बावजूद अपने खेल के टॉप पर था.’
आथर्टन साथ ही पैर की मांसपेशियों की चोट से उबरकर लौटे एटकिंसन को भी एकादश में शामिल करना चाहते हैं क्योंकि उन्होंने लॉर्ड्स में खेले दो टेस्ट मैच में 19 विकेट लिए हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘गस एटकिंसन का लॉर्ड्स में गेंद और बल्ले से शानदार रिकॉर्ड है लेकिन छह सप्ताह पहले जिम्बाब्वे के खिलाफ पैर की मांसपेशियों में चोट लगने के बाद से उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है. आर्चर के साथ जोड़ी बनाना एक जुआ है लेकिन अगर यह दांव पर लगा (यह मान लेना चाहिए कि टीम में चुने जाने के बाद वे फिट हैं) तो इसका मतलब है कि तीसरे तेज गेंदबाज को लंबे स्पैल गेंदबाजी करने के लिए तैयार रहना चाहिए.’
TRENDING NOW
आथर्टन ने कहा, ‘(क्रिस) वोक्स का लॉर्ड्स में शानदार रिकॉर्ड है लेकिन वह 36 साल के हैं और उन्होंने इस सीरीज में 96 की औसत से तीन विकेट लिए हैं. उनके संभावित विकल्प सैम कुक अपने एकमात्र टेस्ट में प्रभावित करने में नाकाम रहे थे.’