विश्व कप फाइनल में विवादित ओवर-थ्रो पर ICC की तरफ से आई पहली प्रतिक्रिया
सुपर ओवर भी टाई होने पर मैच में अधिक चौके लगाने के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया था।
विश्व कप 2019 के फाइनल मुकाबले में सुपर ओवर भी टाई होने के बाद मेजबान इंग्लैंड को अधिक बाउंड्री लगाने के आधार पर विजेता घोषित किया गया था। मैच के दौरान इस बात को लेकर भी विवाद हुआ कि आखिरी क्यों अंतिम ओवरों में बेन स्टोक्स के बल्ले से गेंद लगकर बाउंड्री के लिए जाने के बावजूद अंपायर कुमार धर्मसेना ने इसपर छह रन दे दिए। इस मामले में पहली बार आईसीसी की तरफ से प्रतिक्रिया आई है।
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ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान आईसीसी के जनरल मैनेजर ज्योफ एलार्डिस ने कुमार धर्मसेना के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “ऑन फील्ड अंपायर ने सही प्रक्रिया का पालन किया था क्योंकि वहां की प्लेइंग कंडीशन इस बात की इजाजत नहीं देती थी कि वो टीवी अंपायर से इस संबंध में मदद ले पाते।”
उन्होंने कहा, “ऑन फील्ड अंपायर को उसी वक्त इस बात का फैसला लेना था कि जब गेंद को फेंका गया तब बल्लेबाज रन लेते वक्त (अवरोध उत्पन्न करने के लिए) क्रॉस हुआ या नहीं। उस डिलीवरी के बाद जो कुछ भी हुआ अंपायर अपने कम्यूनिकेशन नेटवर्क के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े और निर्णय लिया। उन्होंने निर्णय लेने के लिए निश्चित तौर पर सही प्रक्रिया का पालन किया।”
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आईसीसी के जनरल मैनेजर ने आगे कहा, “अंपायर्स को निर्णय लेते वक्त नियमों और कानूनों के बारे में पता था। जब इस तरह के मामलों में अंपायर्स को निर्णय लेना होता है तो मैच रेफरी इसमें दखल नहीं दे सकते हैं।”
…सुपर ओवर टाई होने पर
सुपर ओवर टाई होने के बाद दोनों टीमों के बीच ट्रॉफी साझा किए जाने के सवाल पर आईसीसी के जनरल मैनेजर ने कहा, “इस मामले में आईसीसी का साफ स्टैंड है कि हमारे पास वर्ल्ड कप में केवल एक ही विजेता हो सकता है। वर्ल्ड कप फाइनल में एक विजेता होना ही चाहिए, ऐसा हमारा मानना है। विश्व कप 2011 और 2015 के दौरान भी वनडे वर्ल्ड कप फाइनल टाई होने की स्थिति में सुपर ओवर कराने का प्रावधान था।”