इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्डस (Charlotte Edwards) का मानना है कि मौजूदा चैंपियन के गेंदबाजी अटैक में आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में छह बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया टीम पर दबाव बनाने की क्षमता है. रविवार को हेगले ओवल में होने वाले फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया एक-दूसरे के खिलाफ उतरेंगे.
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए फाइनल की राह विपरीत रही है. ऑस्ट्रेलिया वनडे फॉर्मेट में शीर्ष क्रम की टीम है, जिसने मौजूदा विश्व कप में आठ में से आठ मैच जीते हैं और अपने पिछले 38 वनडे मैचों में से 37 में जीत हासिल की है. इसके अलावा, उन्होंने विश्व कप से पहले आयोजित महिला एशेज के दौरान इंग्लैंड को 12-4 से हराया था.
दूसरी ओर, इंग्लैंड ने 2017 में अपने घर में जीते खिताब की रक्षा खराब प्रदर्शन के साथ की, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका से अपने पहले तीन मैच हार गए. लेकिन हीथर नाइट की अगुवाई वाली टीम ने गुरुवार को सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 137 रनों से हराकर पांच लगातार जीत हासिल की. इस बड़ी जीत में सलामी बल्लेबाज डेनी व्याट ने 129 रन बनाए, जबकि स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन ने करियर का सर्वश्रेष्ठ 6/36 विकेट हालिस किए.
एडवर्डस ने स्काई स्पोर्ट्स न्यूज को कहा, “इंग्लैंड इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया की तुलना में अधिक दबाव में रहा है. इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाने की जरूरत है और उसके पास ऐसा करने के लिए गेंदबाजी आक्रमण है. मुझे लगता है कि इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी करके बोर्ड पर 230 से अधिक रन बनाने होंगे, जो फाइनल के लिए पर्याप्त होगा.”
2009 में इंग्लैंड को 50 ओवर और 20 ओवर के विश्व कप खिताब दिलाने वाली एडवर्डस का मानना है कि महिला एशेज में हार के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को हराया जा सकता है.