एडिलेड में लगाया शतक टॉप 5 टेस्ट पारियों में से एक: चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 123 रनों की पारी खेली।
एडिलेड टेस्ट में 123 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम इंडिया को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने अपनी इसे अपने करियर की टॉप पांच सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक बताया है।
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद मीडिया के सामने आए पुजारा ने कहा, “टेस्ट क्रिकेट में ये मेरी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी, मैं कह सकता हूं कि टॉप पांच में से एक। मैं ये नहीं कह सकता कि ये सबसे बेहतरीन थी लेकिन जिन साथी खिलाड़ियों ने मेरी प्रशंसा की, उन्होंने इसे सर्वश्रेष्ठ बताया।”
चेतेश्वर पुजारा ने पूरे किए 5,000 टेस्ट रन, बनाए बड़े कीर्तिमान
पहले ही सेशन में केएल राहुल, मुरली विजय और कप्तान विराट कोहली का विकेट खोने के बाद पुजारा ने पहले रोहित शर्मा और फिर रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर साझेदारियां बनाई। पुजारा ने भारतीय टीम को 250/9 के स्कोर तक पहुंचाया। हालांकि पुजारा दिन के आखिरी ओवर में रन आउट हो गए और नाबाद पवेलियन नहीं लौट सके। जिससे वो भी काफी निराश हुए।
पुजारा ने कहा, “ये थोड़ा निराशाजनक था लेकिन मुझे वो रन लेना ही था क्योंकि केवल दो और गेंदे बची हुई थी और मैने सोचा कि मैं स्ट्राइक पर रहूं। इसलिए मैने रिस्क उठाया लेकिन उसने (पैट कमिंस) शानदार फील्डिंग की।”
पुजारा ने एडिलेड टेस्ट के पहले दिन शतक जड़ हासिल की खास उपलब्धि
टेस्ट क्रिकेट में 5,000 रन पूरे करने वाले इस बल्लेबाज ने कहा, “ये शतक मेरे लिए बहुत मायने रखने लेकिन मैं ये भी कहना चाहूंगा कि लोग ऐसा कहते हैं कि मैं केवल भारत में ज्यादा रन बनाता हूं। आप ये भी तो देखें कि हम भारत में मैच कितने ज्यादा खेलते हैं, इसलिए जाहिर है कि मैं यहां ज्यादा रन बनाऊंगा। विदेशी दौरों पर कई बार मैं खराब फॉर्म से गुजर रहा था लेकिन फिर भी मैं अलग स्थितियों में आत्मविश्वास महसूस करता हूं।”
पुजारा उन कुछ भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जो काफी काउंटी क्रिकेट खेलते हैं और इसका प्रभाव उनके खेल में भी दिखता है। उन्होंने कहा, “काउंटी क्रिकेट ने मेरी काफी मदद की है और इंग्लैंड में खेलना हमेशा ही चुनौती भरा होता है और फिर जब आप ऑस्ट्रेलिया आते हैं तो आप थोड़ा बेहतर महसूस करते हैं। और जैसा कि मैने कहा टेस्ट सीरीज से पहले मुझे तैयारी का काफी समय मिला था।”