दिल्‍ली से हार के बाद कोच नेहरा ने उमेश यादव की गेंदबाजी पर उठाए सवाल

फिरोजशाह कोटला मेंदान में दिल्‍ली ने बैंगलुरू पर 16 रन से जीत दर्ज की।

By Cricket Country Staff Last Updated on - April 28, 2019 10:12 PM IST

बैंगलुरू के गेंदबाजी कोच आशीष नेहरा अपनी टीम के गेंदबाजों के प्रदर्शन से काफी निराश हैं। नेहरा का मानना है कि टीम के गेंदबाजों में प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन इस सीजन वह दबाव झेल नहीं पाए और इसलिए जैसा प्रदर्शन कर सकते थे, वैसा नहीं कर सके। नेहरा ने अनुभवी उमेश यादव की गेंदबाजी पर भी गंभीर सवाल उठाए।

बैंगलुरू को रविवार को दिल्ली ने अपने घर पर 16 रनों से हरा दिया। नेहरा ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में अपनी टीम के सीनियर गेंदबाज उमेश यादव के बारे में कहा कि वह आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे हैं। “जिस तरह से बीते 4-5 महीनों में उनकी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट रही है, उसे देखकर पता चलता है कि उमेश निश्चित तौर पर आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे हैं। वह विश्व कप टीम में भी नहीं हैं। इस बात से पार पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं रहता है। वह स्टैंड बाई में भी नहीं हैं। यह निश्चित तौर पर उनके दिमाग में है। मुझे निजी तौर पर लगता है कि वह काफी प्रतिभाशाली हैं।”

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नेहरा ने मैच के बाद कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह 188 रनों की विकेट थी। दोनों टीमों ने हालांकि अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। जब आप मुंबई और बैंगलुरू में खेलते हैं तो वहां विकेट मुश्किल हैं। वहां गेंदबाज मुश्किल में रहता है। दिल्ली ने जब अपने पांच विकेट खो दिए थे, उसके बाद हमारे गेंदबाज मौके का फायदा नहीं उठा सके। आखिरी दो ओवरों में 36 रन आए। ऐसा मुंबई और बैंगलुरू में हो सकता है लेकिन यहां ऐसा नहीं होना चाहिए था।”

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पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, “कई बार आप 16-17 ओवर अच्छी गेंदबाजी करते हैं लेकिन आखिरी के ओवर में सब बिगड़ जाता है। अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मुझे लगता है कि हमारे तेज गेंदबाज और बेहतर कर सकते थे, जिस तरह का अनुभव उमेश के पास है और जिस तरह का उनका पिछला आईपीएल रहा था। नवदीप सैनी अभी सीख रहे हैं, उनका यह पहला सीजन है। टिम साउदी ने दो-तीन मैच खेले लेकिन वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। बल्लेबाजी में भी हम अच्छा कर सकते थे।”

‘गेंदबाज नहीं झेल पाए दबाव’ 

बीते कुछ मैचों में बैंगलुरू के गेंदबाज डेथ ओवरों में रन लुटाते आ रहे हैं। नेहरा ने इसका कारण गेंदबाजों का दबाव न झेल पाना बताया और कहा कि अगर खिलाड़ी दबाव नहीं झेल पाते हैं तो इसमें सुधार करने की जरूरत है।उन्होंने कहा, “यह जो प्रारूप है इसमें स्किल (कौशल) से ज्यादा विल (इच्छा शाक्ति) और दिल चाहिए। अगर दबाव लेंगे तो कुछ नहीं होगा। दबाव और डरने में फर्क है। दबाव महेंद्र सिंह धोनी, कोहली, डिविलियर्स, रसेल सभी पर है। अभी तक जो है वो साफ है कि हमारे गेंदबाजों ने दबाव अच्छे से नहीं लिया है। जब मैं इन्हीं गेंदबाजों को नेट्स में गेंदबाजी करते देखता हूं तो वो अच्छा करते हैं लेकिन मैच में नहीं।”