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ENG vs IND- उसी तरह बल्लेबाजी की कोशिश की जैसी बचपन में करता था : गिल
भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि एजबेस्टन टेस्ट में दोहरे शतक के दौरान उन्होंने ऐसा ही कुछ किया जो वह बचपन में किया करते थे. गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट की पहली पारी में 269 रन बनाए.
Written by Bharat Malhotra
Published: Jul 04, 2025, 02:04 PM (IST)
Edited: Jul 04, 2025, 02:04 PM (IST)

बर्मिंगम: इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले भारत के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) ने कहा कि उन्होंने उसी तरह बल्लेबाजी की कोशिश की जैसे अपने शुरुआती दिनों में करते थे और बल्लेबाजी में लय तथा लुत्फ दोनों पर फोकस था.
गिल ने 387 गेंद में 269 रन बनाए. वह इंग्लैंड में किसी टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय और एशियाई कप्तान बन गए. उन्होंने लीड्स में पहले टेस्ट में भी शतक लगाया था.
यह पूछने पर कि सीरीज से पहले क्या उन्होंने अपनी तकनीक में बदलाव किया है, गिल ने मेजबान प्रसारक से कहा,‘मैने आईपीएल के आखिर में और इस सीरीज से पहले इस पर काफी काम किया.
उन्होंने कहा, ‘मैने मूल रूप से शुरुआती मूवमेंट पर काम किया. इससे पहले मुझे लगता था कि बल्लेबाजी अच्छी हो रही है. मैं 30-35-40 रन लगातार बना रहा था लेकिन फोकस टाइम की कमी लग रही थी. कई लोग कहते हैं कि जब ज्यादा फोकस करते हैं तो सही समय पर फोकस नहीं रह पाता.’
उन्होंने कहा, ‘इस सीरीज में मैने अपने बेसिक्स पर लौटने की कोशिश की. मैने उसी तरह बल्लेबाजी की कोशिश की जैसे बचपन में करता था. मैने रन पर फोकस करने की बजाय अपनी बल्लेबाजी का मजा लेने पर ध्यान दिया.’
गिल ने कहा,‘कई बार जब आप प्रवाह में रन नहीं बना रहे हैं तो बल्लेबाजी में मजा नहीं आता. आप रन बनाने पर बहुत फोकस करने लगते हैं. मुझे महसूस हुआ कि बल्लेबाजी में वही कमी लग रही है. मैने रन बनाने पर इतना फोकस किया कि मजा लेना भूल गया था.’
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उन्होंने कहा, ‘पिछले मैच में मैने अधिक प्रवाह के साथ खेला लेकिन यहां उतना आसान नहीं था. मैने सोचा कि अगर विकेट अच्छी है और मैं क्रीज पर जम गया हूं तो लंबे समय तक टिककर खेलूंगा. मैच को बीच में नहीं छोडूंगा.’