×

पंजाब के खिलाफ मैच में घरेलू मैदान बन सकता है दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या

इंडियन प्रीमियर लीग का 37वां मैच दिल्ली और पंजाब के बीच फिरोज शाह कोटला में खेला जाएगा।

श्रेयस अय्यर की कप्तानी में आज दिल्ली कैपिटल्स टीम इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें सीजन में दूसरी बार रविचंद्रन अश्विन की किंग्स इलेवन पंजाब का सामना करेगी। टूर्नामेंट का 37वां मैच आज दिल्ली के घरेलू मैदान फिरोज शाह कोटला में रात आठ बजे से खेला जाएगा। दिल्ली टीम को आज के मैच में घरेलू मैदान की परेशानियों से उबर कर पंजाब के खिलाफ जीत हासिल करनी होगी।

कोटला की पिच:

फिरोज शाह कोटली की पिच ने विपक्षी टीमों से ज्यादा घरेलू टीम को परेशान किया है। दिल्ली ने इस मैदान पर खेले चार में से तीन मैच हारे हैं। बाकी मैचों की तरह कोटला में आज भी एक लो स्कोरिंग मुकाबले की आशंका है। मैच शाम को होगा, इसलिए जाहिर तौर पर ओस खेल में अहम भूमिका अदा करेगी।

बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी:

दिल्ली टीम का बल्लेबाजी क्रम ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों पर निर्भर है। पृथ्वी शॉ, रिषभ पंत, शिखर धवन और श्रेयस अय्यर सभी ने अब तक टूर्नामेंट में एक-दो बड़ी पारियां जरूर खेली हैं लेकिन कोई भी बल्लेबाज लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। वहीं विदेशी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो और क्रिस मॉरिस अब तक उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं। दिल्ली टीम को अगर आज के मैच में पंजाब के शानदार गेंदबाजी अटैक के खिलाफ रन बनाने हैं तो धवन-शॉ को अच्छी शुरुआत करनी होगी, ताकि पंत और अय्यर उसे नींव बनाकर एक बड़ा स्कोर खड़ा कर सकें।

कगीसो रबाडा-इशांत शर्मा:

दिल्ली के अगर कोई खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो वो हैं तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और कगीसो रबाडा। इन दोनों खिलाड़ियों ने दिल्ली के पेस अटैक को संभाला हुआ है। आज पंजाब के खिलाफ मैच में इन दोनों गेंदबाजों का सामना पंजाब के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले केएल राहुल और क्रिस गेल से होगा। इस मुकाबले में जो जोड़ी जीतेगी, उसकी टीम खेल में बढ़त हासिल कर लेगी।

क्रिस गेल-केएल राहुल पर निर्भर पंजाब:

गेल और राहुल पंजाब के सलामी बल्लेबाज हैं और टीम के ज्यादातर यहीं दो बल्लेबाज बनाते हैं जो कि टीम की उनपर निर्भरता को दर्शाता है। गेल और राहुल के जल्दी आउट होने की स्थिति में पंजाब की बल्लेबाजी को नियंत्रण में करना बेहद आसान हो जाता है। मयंक अग्रवाल लगातार रन बना रहे हैं लेकिन उनके अलावा मध्य या निचले क्रम में कोई और इन-फॉर्म बल्लेबाज नहीं है।

पंजाब का मजबूत गेंदबाजी अटैक:

पंजाब इस सीजन अकेली ऐसी टीम है जिसका कप्तान गेंदबाज है और शायद यही बात टीम की गेंदबाजी को मजबूत भी बनाती है। अश्विन की अगुवाई में मुजीब उर रहमान, सैम कर्रन और मोहम्मद शमी पंजाब के गेंदबाजी अटैक को स्पिन और पेस दोनों विभागों में घातक बनाते हैं। वहीं राजस्थान के खिलाफ पिछले मैच में अर्शदीप सिंह के रूप में पंजाब को एक और अच्छा मीडियम पेसर मिला है। दिल्ली के वन डे वंडर बल्लेबाजों को पंजाब के गेंदबाजी अटैक से काफी खतरा है।

trending this week