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कोहली-डीविलियर्स की शानदार बल्लेबाजी बनी बैंगलुरू की जीत का कारण

पंजाब को मोहाली में 8 विकेट से हराकर बैंगलुरू ने टूर्नामेंट की पहली जीत दर्ज की।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Last Published on - April 14, 2019 11:51 AM IST

किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच से पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बल्लेबाज एबी डीविलियर्स ने कहा था कि भले ही उनकी टीम लगातार 6 मैच हारी है लेकिन वो कड़ी मेहनत कर रहे है, जिसका ईनाम उन्हें कभी ना कभी जरूर मिलेगा। इंडियन प्रीमियर लीग के 28वें मैच में बैंगलुरू टीम को आखिरकार उनकी मेहनत का फल मिला और उन्होंने टूर्नामेंट में पहली जीत हासिल की। मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में खेले गए स्टेडियम में बैंगलुरू ने पंजाब को 8 विकेट से हराया।

गेल को छोड़ फेल हुए बाकी बल्लेबाज:

पंजाब की ओर से बैंगलुरू के खिलाफ मैच में क्रिस गेल ने सर्वाधिक 99* रन बनाए लेकिन उनके अलावा और किसी बल्लेबाज ने 20 का आंकड़ा भी नहीं छुआ। पिछले मैचों में लगातार रन बना रहे केएल राहुल केवल 18 रन पर आउट हुए। मयंक अग्रवाल (15) और सरफराज खान (15) भी सस्ते में पवेलियन लौटे। वहीं पंजाब टीम के तुरुप के इक्के सैम कर्रन भी कल के मैच में फेल रहे। जिस वजह से पंजाब टीम का स्कोर 15-20 रन कम रह गया।

बेहतर गेंदबाजी:

टूर्नामेंट में कप्तान विराट कोहली के अचूक हथियार बने युजवेंद्र चहल ने पंजाब के खिलाफ मैच में भी शानदार गेंदबाजी की। पावरप्ले खत्म होने के साथ ही कोहली चहल को अटैक में लाए और उन्होंने कप्तान को केएल राहुल का अहम विकेट निकालकर दिया। चहल ने 4 ओवर के स्पेल में 33 रन देकर दो विकेट झटके। चहल के अलावा नवदीप सैनी ने भी अच्छी गेंदबाजी की। सैनी को विकेट जरूर नहीं मिला लेकिन उन्होंने 4 ओवर में 23 रन ही दिए। वहीं सीनियर गेंदबाज मोइन अली ने भी कल के मैच में शानदार स्पेल डाला। अली ने 4 ओवर में केवल 19 रन देकर 1 विकेट लिया। बैंगलुरू के स्पिन गेंदबाजों ने तेज गेंदबाजों के महंगे ओवरों का हिसाब बराबर कर दिया।

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कोहली-डिविलियर्स:

बैंगलुरू की जीत के लिए इन दो खिलाड़ियों का चलना जरूरी था और कल के मैच में ऐसा ही हुआ। कोहली और डिविलियर्स ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए अर्धशतकीय पारियां जड़ी। हालांकि इससे पहले भी कई मैचों में इन दोनों बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम हारी है। उसकी वजह थी सेट होने के बाद इन खिलाड़ियों का आखिरी तक क्रीज पर ना टिक पाना। पंजाब के खिलाफ मैच में डिविलियर्स ने ये जिम्मेदारी उठाई। कोहली के आउट होने के बाद डिविलियर्स ने मार्कस स्टोइनिस के साथ मिलकर बैंगलुरू को 174 के लक्ष्य तक पहुंचाया।

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खराब फील्डिंग:

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बैंगलुरू की जीत के लिए कोहली या डिविलियर्स में से किसी एक का आखिर तक क्रीज पर रहना जरूरी था, जो काम डिविलियर्स ने किया। डिविलियर्स के आखिरी ओवर तक क्रीज पर टिके रहने के पीछे उनकी काबिलियत के साथ पंजाब की खराब फील्डिंग का हाथ रहा। ओस की वजह से गेंदबाजों का काम मुश्किल हो रहा था और फील्डर्स की गलतियों इसमें कोई मदद नहीं कर रही थी। मुरुगन अश्विन ने कप्तान रविचंद्रन अश्विन के ओवर में डिविलियर्स का कैच छोड़ा। वहीं एंड्रयू टाई ने डिविलियर्स को रन आउट करने का आसान मौका गंवाया। अगर डिविलियर्स जैसे खिलाड़ी को आप इतने जीवनदान देंगे तो वो मैच को आपसे दूर ले जाएंगे और पंजाब के साथ यही हुआ।