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क्रिकेट के इस नियम में बदलाव चाहते हैं एलिस्टर कुक, तेंदुलकर- एंडरसन ट्रॉफी में हुआ था हंगामा
2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले एलिस्टर कुक ने कहा कि इस बदलाव से खेल के सबसे लंबे प्रारूप में लचीलापन और सामरिक गहराई आएगी.
Written by Akhilesh Tripathi
Last Updated on - September 3, 2025 2:40 PM IST

Alastair Cooks bats for flexible new-ball rule in Tests: भारत- इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान नई गेंद और कन्कशन सब्स्टिट्यूट नियम को लेकर जमकर हंगामा मचा था. इस विवाद के बाद क्रिकेट के इस नियम को लेकर बहस जारी है. अब इसमें एलिस्टर कुक की भी एंट्री हुई है. एलिस्टर कुक क्रिकेट के इस नियम में बदलाव चाहते हैं.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने सुझाव दिया है कि टेस्ट क्रिकेट में टीमों को 160 ओवरों के भीतर किसी भी समय नई गेंद लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, जबकि मौजूदा नियम के अनुसार 80 ओवरों के बाद ही नई गेंद लेनी अनिवार्य है. 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले कुक ने कहा कि इस बदलाव से खेल के सबसे लंबे प्रारूप में लचीलापन और सामरिक गहराई आएगी.
नई गेंद नियम को लेकर कुक ने दिया सलाह
कुक ने स्टिक टू क्रिकेट में पॉडकास्ट के दौरान कहा, मैं एक नया नियम जोड़ना चाहूंगा, 160 ओवरों में आप जब चाहें नई गेंद ले सकते हैं ? आपके पास उन 160 ओवरों के लिए दो नई गेंदें हैं, और आप जब चाहें दूसरी गेंद ले सकते हैं, आप चाहें तो 30 ओवरों के बाद एक गेंद ले सकते हैं.
कन्कशन सब्स्टिट्यूट पर क्या बोले माइकल वॉन ?
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन, जो इसी पॉडकास्ट का हिस्सा थे, ने प्रतिस्थापन में अधिक लचीलेपन की बात कही. वॉन ने कहा कि क्रिकेट सिर्फ़ कन्कशन के मामलों तक ही प्रतिस्थापन सीमित करके अन्य खेलों से पिछड़ रहा है, उन्होंने हाल ही में भारत-इंग्लैंड सीरीज़ का उदाहरण दिया, जहां ऋषभ पंत फ्रैक्चर के बावजूद बल्लेबाज़ी कर रहे थे, जबकि ध्रुव जुरेल सिर्फ़ विकेटकीपिंग कर रहे थे. वॉन ने कहा, मान लीजिए किसी मैच की पहली पारी में ऋषभ पंत के हाथ में चोट लग जाती है, वह फिर भी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं, लेकिन विकेटकीपिंग नहीं कर सकते. मौजूदा नियमों के तहत, भारत ध्रुव जुरेल जैसे किसी और विकेटकीपर को तब तक नहीं उतार सकता जब तक कि कन्कशन का मामला न हो.
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उन्होंने आगे कहा, हमारे पास कन्कशन सब्स्टिट्यूट हैं तो फिर हमारे पास विकल्प क्यों नहीं हैं? बाकी सभी खेलों में यह होता है, अगर किसी को चोट लग जाती है, तो हम खेल की गुणवत्ता को कम क्यों होने दे रहे हैं ?