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बेन स्टोक्स ने बयां किया अंतिम ओवर का दर्द
बेन स्टोक्स ने कहा है कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह फिर से मैच का फाइनल ओवर करना चाहेंगे।
Written by Indo-Asian News Service
Last Updated on - April 8, 2016 6:13 PM IST


लंदन। टी-20 विश्व कप के फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम ओवर में चार छक्के खाने वाले इंग्लिश गेंदबाज बेन स्टोक्स ने कहा है कि उन्हें ऐसा लगा था कि उस समय उन पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। वेस्टइंडीज को विश्व कप के फाइनल मैच में अंतिम ओवर में जीत के लिए 19 रन चाहिए थे। ऐसा लग रहा था कि स्टोक्स इस मैच को बचा लेंगे लेकिन कैरेबियाई बल्लेबाज कालरेस ब्राथवेट ने एक के बाद एक चार छक्के लगाकर दो गेंद शेष रहते वेस्टइंडीज को खिताबी जीत दिला दी। इन छक्कों के बाद स्टोक्स कुछ इस तरह से मैदान के बीचों बीच बैठ गए थे जैसे वह सब कुछ हार गए हों। ये भी पढ़ें: आईपीएल- 9: मुंबई इंडियंस के खिलाफ पुणे सुपरजाइंट्स की संभावित अंतिम एकादश(XI)
बीबीसी ने स्टोक्स के हवाले से लिखा है, “मैंने सोचा कि मैं अभी-अभी विश्व कप हारा हूं। मुझे यकीन नहीं हो रहा था। मैं पूरी तरह छिन्न-भिन्न हो चुका था। मुझ पर हर एक छक्के के साथ मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा था।” स्टोक्स का मानना है कि इस घटना के बाद वह एक बेहतर खिलाड़ी बनकर सामने आएंगे। बकौल स्टोक्स, “आज की तारीख में निराशा मेरी सबसे बड़ी भावना है। मेडल लेते वक्त मैंने सोचा था कि मेरी वजह से हमें उप-विजेता के मेडल से संतोष करना पड़ रहा है। असल में हम यह नहीं चाहते थे।”
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स्टोक्स ने कहा कि मैच के बाद वह ब्राथवेट के व्यवहार से प्रभावित थे क्योंकि ब्राथवेट ने उन्हें ‘ब्रिलिएंट लैड’ कहकर पुकारा था। बकौल स्टोक्स, “हमने कैरेबियाई टीम के साथ मैच के बाद बीयर नहीं पी लेकिन ब्राथवेट मेरे पास आए और मेरी शर्ट मांगी। मैंने उन्हें अच्छा खेलने की बधाई दी।” उन्होंने आगे कहा कि मैं चाहता था कि मैं उन्हें ‘वेल डन’ कहूं, क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि लोग सोचें कि मैं खिसियाआ हुआ था। मैंने उन्हें बधाई दी। यह विपक्षी टीम का सम्मान करना है। जो मैदान पर होता है वह वहीं रह जाता है।