ब्रायन लारा बोले- टी-20 के आने से टेस्ट क्रिकेट नहीं मरने वाला
ब्रायन लारा का मानना है कि टी-20 क्रिकेट के आने से क्रिकेट बोर्ड का खिलाड़ियों पर एकाधिकार खत्म हो गया है।
वेस्टइंडीज के स्टार खिलाड़ी रहे ब्रायन लारा का मानना है कि टी-20 क्रिकेट के आने से खिलाड़ियों को काफी फायदा हुआ है। टी-20 से क्रिकेट बोर्ड का खिलाड़ियों पर एकाधिकार खत्म हो गया है।
खलीज टाइम्स से बातचीत के दौरान ब्रायन लारा ने कहा, “टी-20 से मतलब केवल अंतरराष्ट्रीय मैचों से नहीं है। आईपीएल, बिग बैश लीग और सीपीएल जैसे टूर्नामेंट लोगों के बीच काफी प्रचलित हैं। इसके अलावा दुनिया भर में अन्य कई लीग भी खेली जाती है। अब खिलाड़ियों के सीधे फ्रेंचाइजी मालिकों से संबध होते हैं, जो क्रिकेट के लिए काफी अच्छा है।”
ब्रायन लारा ने कहा, “अब दुनिया भर में क्रिकेट खेला जाने लगा है। क्रिकेट का इस तरह विस्तार होना काफी अच्छा है। टी-20 का मतलब ये नहीं है कि इससे परंपरागत क्रिकेट खत्म हो जाएगा। टेस्ट क्रिकेट कभी मरने वाला नहीं है।”
लारा ने कहा, “टेस्ट क्रिकेट एक ऐसी चीज है जो कुछ देशों में काफी मजबूत तो कुछ देशों में काफी कमजोर हुआ है। अगर मैं वेस्टइंडीज की ही बात करूं तो मुझे याद है कि 1979 के दौर में स्टेडियम खचाखच भरे होते थे। पांच साल पहले में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले एक खिलाड़ी को कैप दे रहा था। वहां मैदान में लोग ही मौजूद नहीं थी।”
ब्रायन लारा का मानना है कि टी-20 भले ही काफी अच्छा हो लेकिन इससे टेस्ट क्रिकेट खत्म नहीं होगा। पांच दिवसीय क्रिकेट खेलना हमेशा से ही काफी मुश्किल रहा है। 50 ओवरों का क्रिकेट आने के समय भी ऐसा ही हुआ था। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया व भारत और पाकिस्तान जैसी टीमें जब आमने सामने होती है तो लोगों में मैच देखने की उत्सुकता रहती है।