भारतीय कमेंटेटर हर्षा भोगले ने वकार यूनिस के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज द्वारा हिन्दुओं के बीच नमाज पढ़ना उनके लिए गर्व की बात है. हर्षा भोगने ने इस तरह के बयान को बांटने वाला करार देते हुए मांग की कि वकार यूनिस के कद के खिलाड़ी को इसपर माफी मांगनी चाहिए. टी20 विश्व कप के दौरान भारत-पाकिस्तान मैच से पहले पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ी दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में नमाज पढ़ते देखे गए थे.
हर्षा भोगने ने ट्विटर के माध्यम से इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “वकार यूनिस की प्रतिष्ठा वाला व्यक्ति अगर ये कहता है कि मोहम्मद रिजवान का हिन्दुओं के सामने नमाज पढ़ना उनके लिए काफी खास है. मेरे लिए ये सुनना जीवनकाल में सबसे ज्यादा निराशाजनक बात है. हम में से बहुत सारे लोग इस तरह की चीजों को ज्यादा तवज्जो देना पसंद नहीं करते और खेल को ही सबसे ऊपर रखते हैं. इस तरह की चीजें भयानक हैं.”
हर्षा भोगने ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि पाकिस्तान में मौजूद खेल को पसंद करने वाले लोग इस बयान के खतरनाक पहलू को समझ पाएंगे और मेरी निराशा का समर्थन करेंगे. इस तरह की चीजें मेरे जैसे खेल प्रेमी के लिए मुश्किलें पैदा करती हैं कि मै लोगों के बीच जाकर कह सकूं कि यह महज एक खेल है, सिर्फ एक क्रिकेट मैच.”
भोगने ने अगले ट्वीट में कहा, “आप साचेंगे कि खेल के दूत होने के नाते क्रिकेटर्स को थोड़ा जिम्मेदार होना चाहिए. मुझे विश्वास है कि वकार यूनिस से इसे लेकर माफी भी सामने आएगी. हमें क्रिकेट की दुनिया को एक करने की जरूरत है ना कि इसे धर्म के आधार पर बांटने की.”