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वानखेड़े स्टेडियम में Sunil Gavaskar के नाम हॉस्पिटेलिटी बॉक्स, Dilip Vengsarkar के नाम पर स्टैंड
वानखेड़े स्टेडियम में अब दिलीप वेंगसरकर स्टैंड और सुनील गावस्कर हॉस्पिटेलिटी बॉक्स दिखेगा.
Written by India.com Staff
Last Published on - October 29, 2021 10:25 PM IST

मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) ने शुक्रवार को भारत के दो महान क्रिकेटरों सुनील गावस्कर (Sunil Gavasakr) और दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) को यहां वानखेड़े स्टेडियम पर आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया. एमसीए ने 72 वर्ष के गावस्कर को उनके नाम पर रखा हॉस्पिटेलिटी बॉक्स सौंपा. इस मौके पर एमसीए ने राष्ट्रीय चयन समिति के पूर्व प्रमुख और 116 टेस्ट खेल चुके दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) के नाम पर ‘दिलीप वेंगसरकर स्टैंड’ का भी उद्घाटन किया.
इस मौके पर गावस्कर और वेंगसरकर दोनों मौजूद थे. भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और गावस्कर के जीजा गुंडप्पा विश्वनाथ, चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), आईसीसी, बीसीसीआई और एमसीए के पूर्व प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एमसीए के सीनियर पदाधिकारी मौजूद थे.
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विश्वनाथ ने अपने भाषण में गावस्कर और वेंगसरकर की तारीफ की और दोनों के साथ अपनी यादों को ताजा किया. एमसीए ने इस मौके पर ‘माधव मंत्री शताब्दी वर्ष समारोहों’ की भी शुरुआत की. तेंदुलकर ने 1987 वर्ल्ड कप में सुनील गावस्कर से पहली मुलाकात को याद किया जब वह वानखेड़े स्टेडियम पर बॉल ब्वाय थे.
गावस्कर ने छह मार्च 1971 को वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था. भारत के पूर्व कप्तान और 125 टेस्ट खेल चुके गावस्कर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसी साल 50 वर्ष पूरे किए हैं.
इस मौके पर सचिन ने दिलीप वेंगसरकर के साथ बिताए अपने दिनों को याद करते हुए कहा, ‘जब मैं पहली बार रणजी ट्रॉफी संभावितों में चुना गया तो गावस्कर का नाम सूची में था और मैं उनके साथ खेलने को लेकर उत्साहित था लेकिन वह सपना अधूरा रह गया.
उन्होंने बताया कि दिवंगत वासु परांजपे की वजह से वह पहले दिलीप वेंगसरकर से मिले जिन्होंने कपिल देव से उन्हें गेंद डालने को कहा. तेंदुलकर ने याद किया कि 1991 रणजी फाइनल में मुंबई के हारने के बाद उन्होंने वेंगसरकर की आंख में आंसू देखे. उन्होंने कहा, ‘यह स्टैंड उन आंसुओं का सम्मान है.’
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(इनपुट: भाषा)