This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
वर्ल्ड कप के लिए महिला क्रिकेट टीम नहीं है फिट! पूर्व कप्तान बोलीं- लड़कियां इतनी आलसी कि...
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को बुधवार को खेले गए टी20 ट्राई सीरीज के फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने 11 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया.
Written by India.com Staff
Last Published on - February 12, 2020 5:48 PM IST

भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है जहां टीम को बुधवार को मेजबान टीम के खिलाफ टी20 ट्राई सीरीज के फाइनल में 11 रन से हार का सामना करना पड़ा. एक समय भारतीय टीम इस मुकाबले को आसानी से जीतते हुए नजर आ रही थी लेकिन टीम ने अहम मौकों पर लगातार विकेट गंवा दिए. इस सीरीज के बार अब टीम ऑस्ट्रेलिया में ही टी20 वर्ल्ड कप खेलेगी जिसकी शुरुआत 21 फरवरी से होगी. भारतीय टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी का मानना है कि भारतीय महिला टीम को आईसीसी खिताब जीतने के लिए अपनी गलतियों से सबक लेना सीखना होगा.
हार्दिक पांड्या ने NCA में शुरू की गेंदबाजी की प्रैक्टिस, इस सीरीज से करेंगे वापसी
‘इस टीम के साथ कुछ तो गड़बड़ है’
एडुल्जी ने कहा कि मौजूदा टीम ऐसे मैच हार रही है जो कि उसे जीतने चाहिए. उन्होंने कहा, ‘इस टीम के साथ कुछ गड़बड़ है. यह टीम हर मैच जीत सकती है और मुश्किल हालात में भी जीती है लेकिन फिर अगले मैच में जीत के करीब पहुंचकर हार जाती है. लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है. अब उनके पास सारी सुविधाए हैं. इसके बावजूद भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है. अगर इसी तरह का प्रदर्शन जारी रहा तो टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचेगी लेकिन खिताब नहीं जीत सकेगी.’
हरभजन ने पहले टेस्ट में पृथ्वी की जगह शुबमन गिल को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की वकालत की
एडुल्जी ने कहा कि बल्लेबाजों की विकेटों के बीच दौड़ और शॉट्स का चयन बेहतर हो सकता है. उन्होंने कहा ,‘वे इतनी आलसी हैं कि दूसरा रन लेना ही नहीं चाहतीं. इन चीजों से काफी फर्क पड़ता है. या तो एक रन लो या बाउंड्री, इसके बीच में कुछ नहीं है.’
‘हमारे पास घरेलू क्रिकेट में अच्छी तेज गेंदबाज नहीं हैं’
गेंदबाजी में स्पिनरों पर अत्यधिक निर्भरता टीम को भारी पड़ी. एडुल्जी ने कहा ,‘इससे साबित होता है कि हमारे पास घरेलू क्रिकेट में अच्छी तेज गेंदबाज नहीं हैं. शिखा पांडे को छोड़कर कौन है. तेज गेंदबाज कैसे पैदा किए जाएं. हमें जूनियर क्रिकेट पर इसके लिए ध्यान देना होगा. टीम को मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए भी विशेष सत्रों में भाग लेना होगा. फिलहाल वे सेमीफाइनल या फाइनल ही पहुंच सकती हैं. ट्रॉफी जीतने के लिए कुछ अतिरिक्त करना होगा.’
TRENDING NOW