भारत के 2018 अंडर 19 विश्व कप विजेता टीम के तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी ने अपनी रफ्तार और सटीक गेंदबाजी से तमाम दिग्गजों को हैरान किया था। भारत के विश्व कप जीतने के बाद चर्चा में आए नागरकोटी को इंडियन टी20 लीग की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता ने 3.2 करोड़ देकर टीम में शामिल किया। चोट की वजह से वह लगातार दूसरे सीजन में बाहर बैठे हैं।
2018 की विजेता टीम के कप्तान रहे पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल टीम इंडिया में डेब्यू करने के साथ ही आईपीएल में भी अपना जलवा दिखा रहे हैं। लगभग पिछले 13 महीनों पहले नागरकोटी ने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला था। टकने की चोट से परेशान नागरकोटी नेशनल क्रिकेट अकादमी बैंगलुरू (एनसीए) में चोट से उबरने के लिए मेहनत कर रहे हैं।
क्रिकइंफो से बात करते हुए उन्होंने कहा, ”19 साल की उम्र में मैं तेज रफ्तार से दौड़ रहा था और गेंद डाल रहा था लेकिन अब मैं यहां हूं। ना खेल रहा हूं, ना ही पढ़ाई कर रहा हूं, चोटिल हूं और घर से बाहर रह रहा हूं। फिट होने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे दोस्त आईपीएल और इंडिया ए के लिए खेल रहे हैं।”
इंडिया ए और अंडर 19 टीम के कोच पूर्व दिग्गज राहुल द्रविड़ ने नागरकोटी से मिलकर उनके इस मुश्किल समय में अहम सलाह दी। नागरकोटी ने बताया, इंडिया ए सीरीज के दौरान द्रविड़ सर मिलने आए थे। ”उन्होंने कहा, मत सोचो की जीवन खत्म हो गया अगर एक या दो आईपीएल का सीजन मिस कर दिया। आपको इंडिया के लिए खेलना है और उसके लिए बहुत मजबूत बनना होगा।”
नागरकोटी को द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे वह टेस्ट डेब्यू के बाद चोट की वजह से छह साल तक नहीं खेल पाए, अब कैसे उन्होंने वापसी की है।
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