This website uses cookies so that we can provide you with the best user experience possible. Cookie information is stored in your browser and performs functions such as recognising you when you return to our website and helping our team to understand which sections of the website you find most interesting and useful.
चक्रवर्ती-तेवतिया के फिटनेस टेस्ट में फेल होने पर चिंतित हुए पूर्व क्रिकेटर; कहा- 'ये आखिरी मौका बन सकता है'
इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले हुए फिटनेस टेस्ट में टीम इंडिया के दो खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती और राहुल तेवतिया फेल हो गए थे।
Written by India.com Staff
Last Published on - March 13, 2021 3:35 PM IST

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग (Brad Hogg) के भारतीय खिलाड़ियों वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) और राहुल तेवतिया (Rahul Tewatia) के इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से पहले हुए फिटनेस टेस्ट में फेल होने से हैरान हैं। भारतीय चयनकर्ताओं ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले ऑलराउंडर तेवतिया को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए पहली बार भारतीय स्क्वाड में शामिल किया था।
वहीं मिस्ट्री स्पिनर चक्रवर्ती को इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली भारतीय टी20 टीम में जगह मिली थी लेकिन चोट की वजह से वो सीरीज से बाहर हो गए थे।
अब इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले फिटनेस टेस्ट में फेल होने की वजह से उन्होंने टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने का दूसरा मौका गंवा दिया है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच के दौरान दिए बयान में कहा था कि फिटनेस ऐसी चीज है जिसे लेकिन टीम किसी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहती। हालांकि हॉग कोहली के इस बयान से सहमत हैं लेकिन उन्होंने इस बात पर भी चिंता जाहिर की है कि इन युवा खिलाड़ियों के हाथों से सुनहरे अवसर निकलते जा रहे हैं।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर पोस्ट किए वीडियो में हॉग ने कहा, “भारतीय टीम में ये फिटनेस मानक कुछ सालों से हैं। भारत के सभी खिलाड़ी जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है। लक्ष्य नहीं बदला है। आपको जब मौका मिलता है तब आपको उसका फायदा उठाना होता है, और जब ये मिलता है आपको इस तरह से बाहर नहीं किया जा सकता है।”
TRENDING NOW
पूर्व क्रिकेटर ने कहा, “इसलिए, ये दो खिलाड़ी, क्योंकि उनकी फिटनेस भारत के मानकों के साथ फिट नहीं होती है, ये दिखाता है कि वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए पूरी तरह समर्पित नहीं हैं। ये उनका आखिरी मौका हो सकता है। इसलिए युवा, चाहे वो अपनी जिंदगी में जो भी कर रहे हों, ये निश्चित करें कि अगर आपको मौका मिल रहा है, चाहे वो काम हो, क्रिकेट हो या कोई और खेल हो- आपको पता होना चाहिए कि आपसे किन मानकों की उम्मीद है। और ये दो खिलाड़ियों अपने काम के पहले घंटे में उच्च मानक पर खरे नहीं उतरे हैं और अब ये उनका आखिरी मौका हो सकता है।”