ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच मैथ्यू मोट ने महिला क्रिकेट में पांच दिवसीय टेस्ट की मांग को दोहराया है लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान डायना इडुल्जी (Diana Edulji) और शांता रंगास्वामी (Shantha Rangaswamy) ने चार दिवसीय फॉर्मट को बनाए रखने को प्राथमिकता दी है और इसकी जगह वो चाहते हैं कि घरेलू क्रिकेट में लाल गेंद का क्रिकेट शुरू हो।
मोट और इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिन-रात्रि टेस्ट ड्रॉ होने के बाद सुझाव दिया था कि महिला टेस्ट क्रिकेट को चार दिवसीय से पांच दिवसीय बनाने की जरूरत है।
दिन-रात्रि टेस्ट के पहले दो दिन बारिश के कारण लगभग 100 ओवर का खेल नहीं हो पाया। मोट ने 2019 महिला एशेज टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भी पांच दिवसीय टेस्ट की जरूरत पर जोर दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यह पांच दिन का मुकाबला होना चाहिए।’’
भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 15 साल में पहला टेस्ट खेला और इससे पहले जून में इंग्लैंड के खिलाफ भी उसका पिछला टेस्ट ड्रॉ रहा था। ये सात साल में टीम का पहला टेस्ट था। मौजूदा नियमों के तहत महिला क्रिकेट में एक दिन में 100 ओवर फेंके जा सकते हैं जो पुरुष क्रिकेट से 10 अधिक हैं।
इडुल्जी ने कहा, ‘‘चार दिवसीय फॉर्मेट अभी सही है। अतीत में हम तीन दिवसीय मैच भी खेल चुके हैं। अभी सिर्फ तीन देश (भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) महिला टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और भारत ने शुरुआत ही की है। अगर गोल्ड कोस्ट में बारिश नहीं होती तो उस मैच में भी नतीजा आता। वैसे भी आपको दिन में 100 ओवर फेंकने की स्वीकृति है जो मैच में 400 ओवर होते हैं जो पुरुष मुकाबले से सिर्फ 50 ओवर कम हैं।’’
इडुल्जी ने कहा कि प्रयास होना चाहिए कि एकमात्र टेस्ट को पूरी सीरीज का हिस्सा बनाया जाए और घरेलू क्रिकेट में लाल गेंद का क्रिकेट शुरू किया जाए।
पूर्व कप्तान शांता ने भी इडुल्जी से सहमति जताई। शांता ने कहा, ‘‘चार दिन में नतीजा आना चाहिए। ये पर्याप्त है। इस मैच में मौसम के कारण काफी समय खराब हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी जगह ध्यान ज्यादा देशों के लंबे फॉर्मेट में खेलने पर होना चाहिए। बीसीसीआई और जय शाह को महिलाओं के लिए टेस्ट क्रिकेट बहाल करने की शुभकामनाएं दी जानी चाहिए और भविष्य में ये इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारी सीरीज का नियमित हिस्सा होना चाहिए।’’
बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की सदस्य शांता ने कहा, ‘‘जब भी भारत में टेस्ट हो मैं चाहती हूं कि यह छोटे केंद्र पर हो जिससे कि अधिक दर्शक आएं। साथ ही यह आदर्श स्थिति होगी कि कई दिनों के फॉर्मेट का आदी होने के लिए लाल गेंद का क्रिकेट फिर शुरू किया जाए।’’