Manoj Shukla
मनोज शुक्ला क्रिकेटकंट्री हिंदी में बतौर रिपोर्टर कार्यरत हैं
Written by Manoj Shukla
Last Updated on - January 14, 2017 4:00 PM IST
रणजी ट्रॉफी में आखिरकार मुंबई की जीत का सिलसिला टूट गया और गुजरात ने आखिरी दिन मुंबई को 5 विकेट से हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया। पार्थिव पटेल की कप्तानी में गुजरात की टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया और मुंबई की टीम को चारों खाने चित कर दिए। और फाइनल मुकाबले में गुजरात ने मुंबई को हराकर पहली बार रणजी चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया।
फाइनल मैच में गुजरात ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। गुजरात के गेंदबाजों ने कप्तान के फैसले को सही ठहराते हुए मुंबई का पहला विकेट 13 रनों पर ही गिरा दिया। हालांकि इसके बाद श्रेयस अइयर ने पृथ्वी शॉ के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया और टीम के स्कोर को 50 रनों के पार पहुंचा दिया। जब लग रहा था कि दोनों के बीच एक अच्छी साझेदारी पनप रही है उसी वक्त गुजरात के गेंदबाजों ने फिर से मुंबई को झटका देते हुए श्रेयस अइयर को आउट कर मुंबई का दूसरा विकेट गिरा दिया। मुंबई की पहली पारी में पृथ्वी शॉ और सूर्य कुमार यादव ने अर्धशतक जड़े और उनकी पारी की बदौलत टीम ने पहली पारी में 228 रन बनाए।
वहीं बल्लेबाजी के लिए उतरी गुजरात की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही और उनके दो विकेट मात्र 37 रनों पर ही गिर गए। लेकिन इसके बाद मेरई औप कप्तान पार्थिव पटेल ने पारी को संभाला और दोनों ने स्कोर को 100 के पार पहुंचा दिया। इसी बीच मेरई का विकेट गिर गया। लेकिन मेरई के विकेट गिरने का मुंबई के गेंदबाज ज्यादा फायदा नहीं उठा सके और गुजरात पर दबाव बनाने में कामयाब नहीं हो सके। पार्थिव के साथ एम सी जुनेजा ने पारी को आगे बढ़ाया और दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे कर लिए। हालांकि पार्थिव पटेल दुर्भाग्यशाली रहे और अपने शतक से मात्र 10 रनों से चूक गए। पार्थिव के आउट होने के बाद गुजरात के बल्लेबाज ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और पूरी टीम 328 रनों पर सिमट गई। हालांकि गुजरात ने पहली पारी के आधार पर 100 रनों की बढ़त ले ली थी। वहीं दूसरी पारी में मुंबई की टीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। श्रेयस अइयर, तरे, अभिषेक नायर ने अर्धशतक जड़े तो पृथ्वी शॉ ने 44, सूर्य कुमार यादव ने 49 रनों की पारी खेली। बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर मुंबई ने दूसरी पारी में 411 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
अब गुजरात को जीत के लिए 312 रनों की दरकार थी। लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात की टीम को दोनों सलामी बल्लेबाजों ने सधी हुई शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 47 रन जोड़े। लेकिन इसके बाद मुंबई के गेंदबाजों ने वापसी करते हुए दो विकेट लगातार झटके और गुजरात का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 51 रन हो गया। अब लगने लगा कि गुजरात की टीम बड़े स्कोर के दबाव में बिखर जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार खेल दिखाने वाले पार्थिव पटेल ने खुद मोर्चा संभाला और दूसरे बल्लेबाजों के साथ मिलकर छोटी-छोटी साझेदारी कर टीम को संकट से निकाला और टीम के मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। हालांकि इस दौरान पार्थिव का एम सी जुनेजा ने अच्छा साथ दिया और अर्धशतकीय पारी खेली। वहीं पार्थिव पटेल बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए शानदार 143 रन बनाए। हालांकि अंत में पार्थिव आउट हो गए लेकिन तब तक वह अपना काम कर चुके थे। अंत में गुजरात ने मुंबई को 5 विकेट से हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी खिताब पर कब्जा जमा लिया।
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